ऑय 1 न्यूज़ 5 दिसम्बर 2018 (रिंकी कचारी) अपेंडिसाइटिस जिसे कुछ लोग अपेंडिक्स भी कहते हैं, पेट की एक गंभीर समस्या है। अपेंडिसाइटिस होने पर मरीज को असहनीय दर्द होता है और परेशानी होती है। अब तक अपेंडिसाइटिस का इलाज ऑपरेशन द्वारा ही किया जाता है मगर आने वाले दिनों में इस रोग का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है। हाल में हुए एक शोध में इस बात का दावा किया गया है कि अब अपेंडिसाइटिस की समस्या होने पर मरीज के अपेंडिक्स को निकालने की बजाय एंटीबायोटिक दवाओं के द्वारा इसे ठीक किया जा सकेगा।
टुर्कू यूनिवर्टिसिटी हॉस्पिटल की सर्जन और शोधकर्ता डॉ. पॉलिना सेलमिनेन ने बताया कि ‘अपेंडिसाइटिस के ज्यादातर मामले गंभीर नहीं होते, बावजूद इसके अब तक उसके इलाज के लिए अभी तक ऑपरेशन द्वारा अपेंडिक्स को निकालना पड़ता है। मगर अब ऑपरेशन की जरूरत केवल उन्हीं मामलों में पड़ेगी, जिनमें अपेंडिक्स के फटने की आशंका हो।’ उन्होंने कहा कि ‘एंटीबायोटिक थेरेपी पूरी तरह सुरक्षित है।’ उन्होनें यह भी कहा कि अपेंडिसाइटिस के केवल 20-30 प्रतिशत मरीजों को ही ऑपरेशन की जरूरत होती है जबकि 70-80 प्रतिशत मामलों को सिर्फ एंटीबायोटिक्स के द्वारा ही ठीक किया जा सकता है।
कैसे किया गया शोध
इस शोध के लिए अपेंडिसाइटिस के 273 मरीजों को चुना गया, जिनमें से 257 मरीजों का इलाज एंटीबायोटिक्स के द्वारा सफलतापूर्वक कर दिया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन मरीजों का इलाज एंटीबायोटिक्स द्वारा किया गया था, उन्हें इलाज के 5 साल बाद भी ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ी। ये रिपोर्ट ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिशन ‘ में छापी गई है।
अपेंडिसाइटिस के लक्षण
दो साल से कम उम्र के बच्चों में यह रोग बहुत कम होता है, लेकिन इसके बाद पच्चीस वर्ष तक की आयु के किसी भी स्त्री या पुरुष को ये समस्या हो सकती है, यह समस्या वृद्ध लोगों में कम होती है।
- इससे प्रभावित व्यक्ति में शुरुआत में पेट में बीच के हिस्से में बार-बार तेज़ दर्द होता है। और फिर ये दर्द पेट में दाहिनी ओर उठने लगता है और कई बार तो असहनीय हो जाता है।
- भूख कम हो जाना या उल्टियां होना भी इसके आम लक्षण हैं।
- कब्ज़ या डायरिया फिर होना।
- पेट दर्द की वजह से सुस्ती आना, चेहरा लाल होना आदि।
अपेंडिसाइटिस क्यों और किसे होता है?
अपेंडिक्स में किसी चीज़ का फंस जाना या फिर संक्रमण हो जाना अपेंडिसाइटिस का कारण बनता है। हालांकि संक्रमण की वजह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमज़ोर होने पर अंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया अपेंडिक्स तक जा पहुंच जाते हैं। और फिर यही अपेंडिसाइटिस या अपेंडिक्स में संक्रमण और सूजन का कारण बनते हैं। अपेंडिसाइटिस किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है लेकिन बच्चों में यह समस्या अधिक देखी जाती है।