शिमला,सोलन,सिरमौर,
- किसान-बागवानों ने ली राहत की सांस, देर शाम भी बरसते रहे बादल
देर शाम भी ऊपरी हिस्सों में रुक-रुक कर बर्फबारी का सिलसिला जारी था तो मैदानी क्षेत्रों में भारी गरज के साथ रिमझिम फुहारें बरसीं। हालांकि, मंगलवार सुबह मौसम साफ होने पर किसी को उम्मीद नहीं थी कि बारिश होगी। लेकिन, दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली। देखते ही देखते बादलों के घिरे आसमान से बारिश की फुहारों ने हर दिल को खुश मिजाज बना दिया। बारिश की हल्की फुहारों से किसान-बागवान गदगद हुए तो सूखी ठंड का सामना कर रहे लोगों ने भी राहत की सांस ली। निचले क्षेत्रों में गहरी धुंध के साथ साथ पाले से काफी परेशानी झेल रहे थे।
बारिश व बर्फबारी से किसानों व बागवानों के चेहरों की रौनक लौट आई है। उधर, बागबानी व कृषि विशेषज्ञों की मानें तो यह बारिश व बर्फबारी लहसुन, प्याज व गेहूं की फसल के साथ साथ बागवानी के लिए संजीवनी साबित होगी। अभी तक किसान सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे थे। उधर, चूड़धार सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम तक चूड़धार में 2 फीट तक ताजा हिमपात हुआ है। मंगलवार रात को भी बर्फबारी के आसार बने हुए हैं।
शिकारी माता और देव कमरूनाग में बर्फबारी का दौर जारी
जिला मंडी की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित शिकारी माता और देव कमरूनाग में बर्फबारी का दौर शुरू है। धार्मिक स्थल बुढ़ा किदार में और शूटिंग प्लेस भूलाह में इस समय एक फीट बर्फ गिरने का अनुमान है। मिली जानकारी के अनुसार सराज विधानसभा क्षेत्र के ऊपरी हिस्सों जैसे केउलीनाल, जंजैहली, मगरूगला, च्यूणी, चेत, बहलीधार, रैनगलू, भराडी, तांदी, बागाचनोगी, कुल्थनी व कल्हणी में भी जोरदार तरीके से बर्फबारी हो रही है, जिससे घाटी के बागवानों के चेहरे खिले हुए नजर आ रहे हैं। केउलीनाल के बागवान प्रेम सिंह, नूप राम, देबी सिंह और सराज के दर्जनों बागवानों ने बताया कि इस बार उन्हें सेब की अच्छी फसल आने की संभावना है।