शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ईआरए फाउंडेशन के सीईओ पी मुरलीधर ने यह बात कहीं। आज कॉमेड के-यूनि-गॉज भारत में दूसरी सबसे बड़ी बहु-विश्वविद्यालय निजी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा बन गई है। तीन सालों में 140 शहरों और 400 टेस्ट सेंटरों पर ये परीक्षा हो रही है। 1.25 लाख छात्र ऑनलाइन परीक्षा दे रहे हैं।
ईआरए फाउंडेशन के सीईओ पी मुरलीधर ने कहा, कम से कम 50,000 इंजीनियरिंग सीटों के लिए न्यूनतम 100 निजी विश्वविद्यालय और 300 कॉलेजों के लिए एकसमान भरोसेमंद, भेदभाव रहित, प्रवेश परीक्षा, 2018 के लिए हमारा लक्ष्य है। इसका फायदा ये है कि छात्रों को कम से टेस्ट देने होंगे।