ऑय 1 न्यूज़ मोहाली इंडिया एग्री प्रोग्रेस एक्सपो 2020 का पहले संस्करण में कई नई मशीनरी दिखीं। इसका आयोजन
फ्रूट एंड वेजिटेबल मार्केट फेज 11 (सेक्टर 65 ए) मोहाली में किया जा रहा है।
इसमें सुपर सीडर फॉर स्टबल मैनेजमेंट फार्मर्स के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
पंजाब और देश के कुछ अन्य हिस्सों से आयी नवीनतम फार्म मशीनरी और कृषि समाधान इसमें प्रदर्शित किए गए है ।
यह एक्सपो लेबर की घटती उपलब्धता और उत्पादकता को बढ़ाने के मद्देनजर अपने कार्यों को यंत्रीकृत करने के लिए उत्सुक किसानों को आकर्षित करता है।
पंजाब में इतने बड़े पैमाने पर पहली बार आयोजित होने वाले कार्यक्रम का महत्व इस बात से लगाया जा सकता है कि कृषि मशीनरी निर्माताओं की राष्ट्रीय संस्था एएमएमए-इंडिया की पूरी टीम यहां मौजूद है।
इस एक्सपो का आयोजन पंजाब स्टेट एग्रीकल्चरल इम्प्लाइज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के सहयोग से किया गया है। यहां किसानों के लिए स्वदेशी फार्म मशीनरी की वैरायटी मौजूद है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र के विशेषज्ञ उन्हें नवीनतम उपकरणों और तकनीकों के साथ परिचित कर रहे हैं ताकि उनकी लागत में कटौती और उत्पादकता में वृद्धि हो सके। सबसे अधिक आकर्षण वाली मशीन है। यह सुपर सीडर, हैप्पी सीडर से एक कदम आगे है। ये किसानों के धान के ठूंठों की समस्या का एक सटीक समाधान है। यह हैप्पी सीडर की तुलना में लगभग 50,000 रुपये का खर्च आता है। इसमें व्यक्तिगत किसानों को प्रदान की गई है। यह यहां पर केंद्र सरकार की पचास फीसदी सब्सिडी और किसानों के समूहों को अस्सी फीसदी सब्सिडी पर उपलब्ध है ।
अधिकांश निर्माता-प्रदर्शकों ने सुपर सीडर को अपने प्रदर्शनों में प्रदर्शित किया है। उम्मीद है कि गेहूं और धान के किसान इसे प्रमुख तरीके से अपनाएंगे।
इस विषय पर यहां एक तकनीकी सत्र भी आयोजित किया गया। जिसमें ‘सरकारी योजनाएँ, नीतियां और निवेश फार्म बढ़ाने के लिए मशीनीकरण‘ जिसमें पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के विस्तार शिक्षा विभाग के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार के कृषि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया ।
सुपर सीडर्स के अलावा, प्रदर्शन पर अन्य कृषि उपकरण हैप्पी सीडर्स, ट्रैक्टर, मल्टी क्रॉप कंबाइन हार्वेस्टर, मिनी कॉम्बिनेशन हार्वेस्टर, मक्का कम्बाइन हार्वेस्टर, नॉटर्स और बेलर, रेक, स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रॉ मल्चर्स, रोटावेटर, मल्टी क्रॉप की एक विस्तृत विविधता है। थ्रेशर, ट्रैक्टर चालित आलू खोदने वाले, प्लांटर्स और हार्वेस्टर, हाइड्रोलिक रिवर्सेबल मोल्ड बोर्ड हल, उर्वरक प्रसारणकर्ता, सटीक लेजर लेवलर, रोटरी टिलर, पावर वीडर्स, टिपिंग ट्रेलर्स, कृषि स्प्रेयर और विभिन्न बगीचे और अन्य उपकरण प्रदर्शित किये गए है ।
इसमे कई प्रकार के गुड़ ’और शक्कर भी उपलब्ध हैं। जिनमें एक औषधीय विविधता भी शामिल है। ‘आंवला ’से तैयार कैंडीज और जैम जड़ी-बूटियों से युक्त किसान हित समूह ” साहस ” ’द्वारा एग्जीबिट की गयी है । यहां प्रमुख प्रदर्शकों में करतार एग्रो इंडस्ट्रीज, भारत के पहले कंबाइन हार्वेस्टर निर्माता (भादसों ,पटियाला), दशमेश मैकेनिकल वर्क्स (ब्रांड लैंडफोर्स) होने का दावा किया गया है, जो खुद को भारत के सबसे बड़े कृषि औजार निर्माता (स्थान अमरगढ़, संगरूर), होने का दावा करते है। प्रौद्योगिकी (ब्रांड शक्तिमान), दुनिया में रोटरी टिलर (स्थान राजकोट जिला, राजस्थान) के सबसे बड़े निर्माताओं के रूप में प्रचारित किया गया है। और पनेसर एग्रो टेक और पनेसर कृषि वर्क्स (दोनों बरनाला में स्थित हैं)।
ड्रोली इंडस्ट्रीज (ब्रांड बसंत), मोगा के साथ केएस ग्रुप, मालेरकोटला, संगरूर; भगवान इंजीनियरिंग वर्क्स (ब्रांड भीम), मालेरकोटला; केएस कृषि उद्योग, मालेरकोटला; हंस एग्रो, लुधियाना; केएसडी एग्रो इंडस्ट्रीज, धूरी, संगरूर; और जगतसुख इंडस्ट्रीज (ब्रांड चार्ली), लुधियाना भी हैं।
एक्सपो के दूसरे दिन शुक्रवार को टेक्नोलॉजिकल एंड इंस्टीट्यूशनल इनोवेशंस, लेसन लर्निंग एंड स्ट्रैटेजीज़ फॉर प्रमोशन फ़ार्म मैकेनाइजेशन ’विषय पर एक तकनीकी सत्र हुआ। इसमें सीआरएम ( कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट )पर विशेष ध्यान दिया गया।