Monday, December 23, 2024
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रोजगार के इंतजार में 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार

हिमाचल के बेरोजगार युवाओं को नई सरकार से ढेरों उम्मीदें हैं। जयराम सरकार 9 मार्च को अपना पहला बजट पेश करेगी। ऐसे में प्रदेश के बेरोजगार युवा भाजपा सरकार से गैर सरकारी और सरकारी संस्थाओं में नौकरी पाने की आस लगाए हुए हैं।

हिमाचल में चाहे वीरभद्र सिंह की सरकार रही हो या धूमल सत्ता में रहे हों, लेकिन दोनों कार्यकाल की सरकारें प्रदेश के बेरोजगारों का दिल नहीं जीत पाई हैं। अब जयराम सरकार बेरोजगार युवाओं के दिल में कितना खरा उतरती है, इस पर सभी बेरोजगारों की निगाहें टिकी हुई हैं।

हिमाचल में आठ लाख से ज्यादा बेरोजगार 
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक प्रदेश में पढ़े-लिखे बेरोजगारों की संख्या 8 लाख 24 हजार 478 है, जिनमें 5 लाख 23 हजार 684 पुरुष और 3 लाख 69 हजार 304 महिलाएं हैं। पोस्ट ग्रेजुएट बेरोजगारों की संख्या 67 हजार 816 और अन्य शामिल हैं। ग्रेजुएट बेरोजगार एक लाख 17 हजार 795 हैं।

मैट्रिक पास और अंडर ग्रेजुएट बेरोजगारों की संख्या 6 लाख 44 हजार 407 के करीब है। अंडर मैट्रिक 61 हजार 871 हैं। अनपढ़ बेरोजगारों की संख्या 1 हजार 99 के करीब है। शैक्षणिक संस्थानों में आधारभूत ढांचे की भारी कमी, शिक्षकों की कमी और संस्थानों का कम होना है।

पूर्व सरकार ने किया बेरोजगारी भत्ते का एलान
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बजट में बेरोजगारी भत्ता देने का एलान किया था। इसके तहत बारहवीं पास या इससे अधिक पढ़े-लिखे बेरोजगारों को सरकार ने एक हजार रुपये और दिव्यांगों को 1500 रुपये भत्ता मिलेगा।

इसके लिए पूर्व सरकार ने वर्ष 2017-18 के बजट में बेरोजगारी भत्ते के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। प्रदेश में रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या आठ लाख से ज्यादा है।

पढ़-लिखकर बेकार होने से नशे की जद में युवा 
युवकों में पढ़-लिखकर बेकार होने का भय ही उन्हें नशे की ओर धकेल रहा है और नशे की हालत में ये युवक अपराध की दलदल में धंस रहे हैं। यही कारण है कि प्रदेश में दिन-प्रतिदिन आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हो रही है।

किस जिले में कितने बेरोजगार

बिलासपुर – 52894
चंबा – 54977
हमीरपुर – 65905
कांगड़ा – 186662
किन्नौर – 9023
कुल्लू – 43666
लाहौल-स्पीति – 4250
मंडी – 154256
शिमला – 79465
सिरमौर – 60985
सोलन – 51223
ऊना – 61172

कर्मचारी भविष्य निधि एवं बीमा योजना
सरकार का दावा है कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना के तहत सोलन, परवाणू, बरोटीवाला, नालागढ़, बद्दी जिला सोलन, मैहतपुर, गगरेट, बाथरी जिला ऊना, पांवटा साहिब, कालाअंब जिला सिरमौर, बिलासपुर, मंडी, रती, नेरचौक, भंगरोटू, औद्योगिक क्षेत्र शोघी में लगभग 6500 संस्थानों में 2,41,250 बीमा कामगार कर्मचारियों को इस योजना के तहत लाया गया है।

ये हैं उम्मीदें
बिना शर्त युवाओं को बेरोजगारी भत्ता
औद्योगिक क्षेत्रों में 70 फीसदी हिमाचलियों को रोजगार
इंजीनियर का प्रशिक्षण पाने के लिए सस्ती शिक्षा
बेरोजगारों को बड़ी कंपनियों में पद पाने के लिए बेहतर स्किल
उद्योगों में बाहरी राज्यों की अपेक्षा प्रदेश के युवाओं को नौकरी में प्राथमिकता

15,711 बेरोजगार बढ़े 
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक हिमाचल में वर्ष 2016-17 में बेरोजगारों की संख्या 8,24,478 है। बीते 2015-16 की बात करें तो यह आंकड़ा 808767 था। इसमें 15,711 की वृद्धि हुई है।

क्या कहते हैं बेरोजगार युवा
पालमपुर की योगिता शर्मा, मंडी के कपिल गौतम, सोलन के रोहित ठाकुर, शिमला के राजीव शर्मा और बिलासपुर के प्रवेश शर्मा का मानना है कि हिमाचल में जिस किसी की भी सरकार रही हो, लेकिन युवाओं की ओर किसी का भी ध्यान नहीं गया।

सब चहेतों को सरकार की ओर से फायदा दिया गया है। हिमाचल में जयराम सरकार बनी है। ऐसे में उम्मीद है कि हिमाचल में बेरोजगारी पर लगाम लगेगा। उम्मीद है कि सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में युवाओं को नौकरी मिलेगी।

बाली ने लड़ी थी बेरोजगारों की लड़ाई
पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने बेरोजगारों की लड़ाई लड़ी थी। पूर्व कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारी भत्ते की जगह कौशल विकास भत्ता दिया। बजट में इसके लिए एक सौ करोड़ का प्रावधान रखा गया, लेकिन उस समय विपक्ष में बैठी भाजपा ने इसका विरोध किया तो जीएस बाली ने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेर लिया था। वीरभद्र सिंह ने अपने अंतिम बजट में बेरोजगारी भत्ता देने का एलान किया।

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