बिलासपुर में विजय हजारे क्रिकेट ट्रॉफी मैच के पहले मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को इनकी बल्लेबाजी देखने को नहीं मिलेगी। दिल्ली टीम के सिलेक्टर और इंटरनेशनल खिलाड़ी रॉबिन सिंह जूनियर का मानना है कि गौतम गंभीर के लिए टीम इंडिया में वापसी अब आसान नहीं।
37 साल के हो चुके गंभीर की फिटनेस तय करेगी कि वे कब तक युवा क्रिकेटरों के आगे टिक पाएंगे। जिस तरह से आज के युवा क्रिकेटरों का स्तर है। उस हिसाब से गौतम गंभीर को अपना फिटनेस लेवल खना होगा, तभी वह इंडिया टीम का दोबारा से हिस्सा बन पाएंगे।
लुहणू क्रिकेट ग्राउंड में भी हो सकते हैं अंतरराष्ट्रीय मैच
अभ्यास सत्र के दौरान ‘अमर उजाला’ से खास बातचीत में रॅबिन सिंह ने कहा कि लुहणू क्रिकेट ग्राउंड विदेशों की तर्ज पर बने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदानों की तरह है। अगर न्यूजीलैंड के हेमिल्टन जैसे छोटे मैदान में अंतरराष्ट्रीय मैच हो सकते हैं, तो यहां पर क्यों नहीं।
जब उनसे गौतम गंभीर के न आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें चोट आई हैं और डॉक्टरों ने उन्हे आराम लिखा है। गौतम गंभीर की टीम इंडिया में वापसी को लेकर रॉबिन सिंह का कहना है कि यह सब उनकी फिटनेस पर निर्भर करता है। जिस तरह से आज के समय में क्रिकेट का स्तर है। यदि वे उस हिसाब से अपने आप को तैयार कर लेते हैं तो अभी कुछ समय और वह खेल सकते हैं।
इशांत भी नहीं आएंगे बिलासपुर
बिलासपुर में विजय हजारे क्रिकेट ट्रॉफी मैच के पहले मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को गौतम गंभीर की बल्लेबाजी देखने को नहीं मिलेगी। दिल्ली में अभ्यास के दौरान उन्हे चोट लगने से वे टीम से बाहर हो गए हैं।
डॉक्टरों ने भी उन्हें कम से कम दस दिन का आराम लिखा है। इसकेे अलावा इशांत शर्मा की गेंदबाजी देखने का मौका भी दर्शकों को नहीं मिलेगा। इशांत शर्मा सीधे धर्मशाला ही टीम को ज्वाइन करेंगे।
सोमवार को होने वाले पहले मुकाबले को लेकर बिलासपुर क्रिकेट एसोसिएशन के लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली है। दोनों टीमों के खिलाड़ी भी बिलासपुर पहुंच चुके हैं। रविवार को दोनों टीमों के खिलाडिय़ों ने मैदान में जमकर पसीना बहाया।
दिल्ली के टीम की कप्तानी इशांत शर्मा के न पहुंचने पर प्रदीप सागवान को दी गई है। अभी तक सुरेश रैना भी बिलासपुर नहीं पहुंचे हैं। दिल्ली के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत पर भी सबकी नजरें रहेंगी