सीलिंग के खिलाफ दिल्ली के व्यापारी बड़े आंदोलन के मूड में दिखाई पड़ रहे हैं। व्यापारिक संगठन के एक ग्रुप ने जहां दो दिनों के लिए बाजार बंद का ऐलान किया है वहीं एक अन्य संगठनों के ग्रुप ने तीन दिनों के लिए बाजार बंद की घोषणा की है।
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने सीलिंग के खिलाफ 72 घंटे के दिल्ली बंद की घोषणा की है। सीटीआई के कन्वीनर बृजेश गोयल और हेमंत गुप्ता ने बताया कि 2 से 4 फरवरी तक दिल्ली की करीब आठ लाख दुकानें और 1.5 लाख के करीब फैक्ट्रियां पूरी तरह से इस दौरान बंद रहेंगी।
उन्होंने बताया कि बंद को 750 ट्रेड एसोसिएशंस और 20 से अधिक इंडस्ट्रियल एरिया के लोगों ने समर्थन दिया है। कंफेडरेशन ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन के 48 घंटे बंद की घोषणा की है।
2 और 3 फरवरी को बाजार बिलकुल बंद रहेगा
sealing – फोटो : अमर उजाला
संगठन के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार 2 और 3 फरवरी को बाजार बिलकुल बंद रहेगा। चांदनी चौक के बीकानेरवाला चौक पर बड़ी संख्या में व्यापारी इकट्ठा होंगे और दोपहर 12 बजे करीब विरोध मार्च निकालेंगे।
चांदनी चौक, सदर बाजार, चावड़ी बाजार, खारी बावली, नया बाजार, भागीरथ प्लेस, कनॉट प्लेस, लाजपतराय मार्केट समेत दिल्ली के तमाम छोटे बड़े बाजार बंद रहेंगे।
सीटीआई के नेतृत्व में शुक्रवार को व्यापारी कश्मीरी गेट व टाऊन हॉल चांदनी चौक पर व 3 फरवरी को सदर बाजार पर इकट्ठा होकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
समस्या का समाधान केवल केंद्र सरकार के पास है
4 फरवरी को सभी व्यापारी महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर पहुंचकर प्रार्थना करेंगे कि सीलिंग से जल्द राहत दी जाए।
सीटीआई का कहना है कि पिछले एक महीने में हमने एमसीडी, दिल्ली सरकार और सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी से भी मिले, इस समस्या का समाधान केवल केंद्र सरकार के पास है, हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि तुरंत एक बिल या अध्यादेश लाकर सीलिंग रोके।
प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि केंद्र सरकार दिल्ली को सीलिंग से बचाने के लिए तुरंत एक अध्यादेश लाए। 31 दिसंबर 2017 तक दिल्ली में बिल्डिंग अथवा कमर्शियल यूज जहां है जैसा है के आधार पर एक एमनेस्टी स्कीम व्यापारियों के हक में दे।