ब्यूरो रिपोर्ट:10 जनवरी 2018
सीबीआइ कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर करेगी। इसके अलावा निदेशक की ओर से शपथपत्र भी दाखिल होगा। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी कोर्ट से जांच पूरी करने के लिए और वक्त मांगेगी। अभी तक एसआइटी असली गुनहगारों का पता नहीं लगा पाई है। पुलिस के माध्यम से पकड़े गए सभी आरोपियों को जांच में क्लीनचिट मिल चुकी है। कोर्ट के आदेश पर ही सीबीआइ ने पिछले साल दिल्ली में 22 जुलाई को दो अलग-अलग केस दर्ज किए थे। इसमें से सूरज हत्या की गुत्थी तो सुलझा ली, लेकिन गुड़िया के कातिलों को नहीं पकड़ा जा सका है। सूरज की हत्या के आरोप में आइजी जेडएच जैदी, डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई के पूर्व एसएचओ राजिंद्र सिंह समेत आठ पुलिस कर्मियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी। इसी केस के संबंध में शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी भी गिरफ्तार हुए थे, लेकिन अभी उनके खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है।
संतरी हुआ है बहाल
सूरज की पुलिस हिरासत में हुई हत्या मामले की सच उगलने वाला संतरी दिनेश कुमार हाल ही में बहाल हुआ है। वह छह माह तक बिना जुर्म के सस्पेंड रहा। उसे सीबीआइ ने जांच में निर्दोष पाया था।
पीड़ित परिवार को न्याय की दरकार
पीड़ित परिवार को न्याय की दरकार लगी हुई है। सीबीआइ स्कूली छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म और फिर हत्या मामले में एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इससे लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है। इसी केस में न्याय दिलाने के लोग सड़कों पर उतरे थे।