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Saturday, July 27, 2024
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8 :50 मिनट पर सोलन शहर में आठ रिएक्टर क्षमता वाले भूकंप के झटके महसूस किए

सोलन
सुबह करीब आठ बजकर 50 मिनट पर सोलन शहर में आठ रिएक्टर क्षमता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप आते ही सभी विभाग अलर्ट हो गए और राहत तथा बचाव के लिए गठित टीमों ने प्रभावित स्थल की तरफ रुख कर दिया। पूरे शहर में अफरातफरी सा माहौल बन गया। इस दौरान राहत कर्मियों ने शैक्षणिक संस्थान, भवनों, सरकारी कार्यालय और बड़ी इमारतों में फंसे लोगों को बाहर निकाला। कुछ इस तरह से ही सोलन शहर में आपदा प्रबंधन को लेकर मॉकड्रिल की गई।
वीरवार को आपदा प्रबंधन पर आयोजित पूर्वाभ्यास राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपसी समन्वय के साथ आयोजित किया गया। सुबह नौ बजे सायरन बजते ही आपदा अभ्यास के लिए सभी दल सोलन के ठोडो मैदान में एकत्र हुए तथा अभ्यास के मुखिया उपायुक्त हंसराज शर्मा से दिशानिर्देश प्राप्त किए।
अभ्यास के लिए शहर के पांच स्थान चिन्हित किए गए। यहां पूरी योजना एवं तैयारी के साथ राहत एवं बचाव कार्य किया गया। अभ्यास के लिए ठोडो मैदान में आपदा राहत एवं बचाव केंद्र स्थापित किया था। आयुर्वेदिक अस्पताल रबौन, सुगंधा अपार्टमेंट्स का व्यावसायिक क्षेत्र, लोनिवि के अधीक्षण अभियंता का पुरानी कचहरी स्थित कार्यालय, औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र सोलन तथा जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान सोलन में अभ्यास के तहत राहत एवं बचाव कार्य किया गया। अभ्यास में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी, एसपी मोहित चावला एवं अन्य पुलिस अधिकारी तथा कर्मचारी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आईपीएच, लोनिवि, नप सोलन, गृह रक्षक, डोगरा रेजीमेंट के अधिकारी एवं जवानों सहित विभिन्न विभागों ने अभ्यास में भाग लिया। डीसी हंसराज शर्मा ने कहा कि यह मॉकड्रिल सभी के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। डोगरा रेजिमेंट के मेजर राहुल ठाकुर ने कहा कि अभ्यास के दौरान सभी दलों ने अपने उत्तरदायित्व का भलीभांति निर्वहन किया।

माल रोड में नहीं आया भूकंप
प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के लिए पांच स्थलों का चयन किया था। लेकिन इसमें अति भीड़भाड़ वाले मालरोड और बाजार को शामिल नहीं किया गया। बाजार में न तो कोई मॉकड्रिल हुई और न ही किसी विभाग के राहत कर्मी पहुंचे। सोलन में आपदा के लिए बाजार और मालरोड को ही सबसे संवेदनशील माना जाता है। यहां पूर्व में अग्निकांड की घटनाएं भी हो चुकी हैं, एक इमारत धराशायी भी हो गई थी। व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को बाजार भी पूर्वाभ्यास में शामिल करना चाहिए था ताकि भीड़ और अति व्यस्त होने के बावजूद बाजार में राहत कार्यों की स्थिति का पता चल पाता। डीसी हंसराज शर्मा ने कहा कि प्रशासन ने पूर्वाभ्यास के लिए पांच जगहों का चयन पहले ही कर लिया था। इसके आधार पर पूर्वाभ्यास कार्यक्रम पूरा हुआ है।

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