अयोध्या सद्भावना समन्वय महासमिति के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने उन पर यह आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि मौलाना नदवी मस्जिद का दावा छोड़ने के लिए 5000 करोड़ रुपए चाहते थे। इतना ही नहीं, उन्होंने दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिए 200 एकड़ जमीन और अपने लिये राज्यसभा में सदस्यता की मांग भी रखी थी। अमरनाथ मिश्र ने इस मामले में हजरतगंज थाने में नदवी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है।
गौरतलब है कि मौलाना नदवी ने श्रीश्री रविशंकर से मुलाकात कर विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने और मस्जिद को दूसरी जगह बनाने का फॉर्मूला दिया था। नदवी के इस बयान के बाद उन्हें मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एग्जिक्यूटिव मेंबर के पद से हटा दिया गया था।
अमरनाथ मिश्र श्रीश्री रविशंकर के काफी करीबी माने जाते हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि अयोध्या मसले पर नदवी से 5 फरवरी को मुलाकात हुई थी। उन्होंने मुद्दे पर लिखित प्रस्ताव देने की मांग की थी। वह अयोध्या में मक्का की तरह एक मस्जिद बनाने की बात कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने 200 एकड़ जमीन, 5000 करोड़ रुपए और राज्यसभा में सदस्यता मांगी थी।
हालांकि नदवी ने अमरनाथ मिश्र के अरोपों से किनारा किया है। उन्होंने कहा कि वह किसी अमरनाथ मिश्र को नहीं जानते। ये हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच तनाव पैदा करने की साजिश है।