ब्यूरो रिपोर्ट :23 मार्च 2018
नगर निगम के चुनाव पिछले साल 17 दिसम्बर को हुए थे जिस दौरान 80 पार्षद विजयी रहे थे। कायदे से नए पार्षदों को चुने हुए 3 माह से ज्यादा का समय हो चुका है परंतु इन पार्षदों ने 25 जनवरी को शपथ ग्रहण की इसलिए इनका कार्यकाल तब से माना जा रहा है। शपथ ग्रहण किए हुए भी पार्षदों को 2 महीने हो चुके हैं परंतु अभी तक नगर निगम के किसी भी पार्षद को वेतन नहीं मिला है।
गौरतलब है कि निगम पार्षद को प्रतिमाह 17 हजार रुपए वेतन भत्ते के रूप में मिलते हैं और उन्हें हर बैठक अटैंड करने के लिए 500 रुपए अतिरिक्त दिए जाते हैं। मेयर की बात करें तो उनका वेतन भत्ता 46,000 रुपए, सीनियर डिप्टी मेयर का वेतन 41,000 तथा डिप्टी मेयर का वेतन 37,750 रुपए प्रति महीना है परंतु इनमें से किसी को भी आज तक निगम फंड से चव्वनी तक नहीं मिली है।
इसे चाहे निगम का वित्तीय संकट कहें या कोई तकनीकी समस्या परंतु ऐसी स्थिति के मद्देनजर नए चुने गए पार्षदों में चर्चा जरूर हो रही है। वैसे निगम प्रशासन का कहना है कि पार्षदों का वेतन रिलीज करने हेतु उनके अलग बैंक अकाऊंट पंजाब नैशनल बैंक में खुलवाने पड़ेंगे। जहां कुछ समस्या आ रही है इसलिए पार्षदों का वेतन रिलीज नहीं हो पा रहा।