आई 1 न्यूज़ 14 जनवरी 2018 ( अमित सेठी ) मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान करने का विशेष महत्व है। कहा जाता है इस दिन दान करने से उसका फल कई गुना ज्यादा हो जाता है। मान्यता है कि यही वो समय है जब सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने आते हैं। इस समय को किसी भी शुभ काम की शुरुआत के लिए अच्छा माना जाता है। यह दिन काफी शुभ माना जाता है। हालांकि ऐसे भी बहुत काम हैं जिन्हे करने के लिए मनाही की जाती है। आइए जानते हैं उन कार्यों के बारे में जो संक्रांति के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए….
मकर संक्रांति के दिन महिलाओं को बाल धोने से बचना चाहिए। साथ ही पुण्यकाल में दांत साफ नहीं करने चाहिए। इस दिन किसी पेड़ पौधे की कटाई-छंटाई भी नहीं करनी चाहिए।
नशा करने से बचें
मकर संक्रांति के दिन किसी भी तरह के नशे जैसे सिगरेट, शराब, गुटका आदि से खुद को दूर रखें। इसके अलावा मसालेदार भोजन का सेवन भी न करें। इस दिन तिल और मूंग दाल की खिचड़ी का सेवन करना अच्छा माना जाता है।
इन चीजों का न करें सेवन
इस दिन गलती से भी लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अपनी वाणी को भी पवित्र रखें। पूरा दिन किसी को अपशब्द न कहें और न ही गुस्सा करें। सभी के साथ मधुरता से पेश आएं।
नहाने से पहले बिल्कुल न करें ये काम
बहुत सारे लोगों को आदत होती है कि वह सुबह उठकर बिस्तर पर ही चाय पीना पसंद करते हैं। अगर आप उन लोगों में से हैं तो कम से कम मकर संक्रांति के दिन ऐसा बिल्कुल न करें। वैसे तो इस दिन गंगा या किसी अन्य नदी में स्नान और दान करके ही कुछ खाना चाहिए, लेकिन अगर आपके आस-पास कोई नदी नहीं है तो आप घर पर ही नहाकर दान कर खाए पीएं।
घर से किसी को न लौटाएं खाली हाथ
मकर संक्रांति के दिन अगर आपके घर पर कोई भिखारी, साधु या बुजुर्ग आता है तो उसे घर से खाली हाथ न जाने दें। आपसे जो कुछ हो सके उसके अनुसार ही उसे कुछ न कुछ दान देकर विदा करें क्योंकि इस दिन दान का बहुत महत्व होता है। एक बात का ख्याल रखें, दान में देने के लिए अगर तिल का कोई भी सामान हो तो और भी अच्छा होगा।