इस माह के अंतिम सप्ताह और होली से पहले हैल्थ डिपार्टमैंट की ओर से बुजुर्गों के लिए स्पेशल सर्विस शुरू की जा रही है। अब सैक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल में बुजुर्गों को ओ.पी.डी. में या टैस्ट कराने के लिए लाइनों में खड़ा होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल प्रबंधन की ओर से सीनियर सिटीजन काऊंटर बनाया जाएगा। वहीं, अस्पताल में बनने वाले कंगारू मदर केयर यूनिट को भी फरवरी में शुरू करने के लिए प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए ब्लॉक-डी में निक्कू वार्ड में कंगारू मदर केयर यूनिट के लिए स्पेशल रूम बनाने के लिए भी काम शुरू कर दिया गया है। पंचकूला में सी.एम. सिटी करनाल के सिविल अस्पताल में बनी यूनिट की तर्ज पर काम किया जा रहा है।
बुजुर्गों के लिए बनाए जा रहे इस काऊंटर पर रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा जो भी बुजुर्ग अस्पताल में आएगा, उनका वेट भी चेक किया जाएगा। काऊंटर पर ही बुजुर्ग मरीज के लिए काऊंसलर तैनात किया जाएगा, जो मरीज की बीमारी पता चलने पर उनकी काऊंसिलिंग भी करेगा। यहां मैडीकल ऑफिसर भी तैनात होगा। अब सारथी प्रोजैक्ट के बाद स्पेशल सर्विस शुरू की जा रही है। सिविल अस्पताल में डेली चार हजार के करीब मरीज इलाज के लिए आते हंै। इसके अलावा अस्पताल में 700 से ज्यादा मरीज ऐसे होते हैं, जिनके लैब में सैंपल क्लैक्ट किए जाते हैं। ऐसे में लैब में लगी मरीज की लाइनों में बुजुर्गों को काफी परेशानी होती है। वहीं, अब बुजुर्गों की इस समस्या को देखते हुए उनके लिए बनाए जा रहे काऊंटर पर ही लैब टैक्नीशियन की भी सुविधा होगी। यहां हर बुजुर्ग के सैंपल लेने से लेकर उनकी रिपोर्ट देने के लिए भी बंदोबस्त किया जाएगा।
सारथी प्रोजैक्ट को मिला दूसरा स्थान
जिस सारथी प्रोजैक्ट को अस्पताल में रैगुलर चलाया जाएगा, उसी प्रोजैक्ट को 26 जनवरी पर 12 डिपार्टमैंट में दूसरा स्थान मिला है। वहीं खास बात ये है कि अब जिन सारथियों को बुजुर्गों के लिए अस्थायी तौर पर अस्पताल में लगाया गया है, उन्हें प्रोजैक्ट के तहत रैगुलर करने के लिए भी एन.एच.एम. से बात की जा रही है। इससे सीनियर सिटीजन काऊंटर को बेहतर तरीके से चलाया जा सकेगा। यहां बुजुर्गों का बी.पी. से लेकर रूटीन चैकअप भी करवाने की प्लनिंग की जा रही है।