ऑय 1 न्यूज़ 27 दिसम्बर 2018 (रिंकी कचारी) इंफेक्शन या संक्रमण के कारण अब किसी व्यक्ति की आंखों की रोशनी नहीं जाएगी, क्योंकि वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसी दवा विकसित की है जो आंखों की रोशनी बनाए रखने में मदद कर सकती है। आंखों के इंफेक्शन के लक्षण सामान्य होते हैं जैसे- आंखों में खुजली, सूखापन, लाल आंखें, आंखों से पानी निकलना आदि, इसीलिए लोग इन्हें सामान्यतः नजरअंदाज कर देते हैं। लंबे समय में ये इंफेक्शन आंखों के लिए घातक होते हैं और व्यक्ति को धुंधलापन या अंधेपन की समस्या हो सकती है।
कॉर्निया पर पड़ जाता है धब्बा
आंख की कॉर्निया पारदर्शी होती है, इसलिए इसे श्वेत पटल भी कहते हैं। लेकिन किसी प्रकार का संक्रमण होने या चोट लगने से इस पर दाग या धब्बा पड़ जाने से यह पारदर्शी नहीं रह जाती है, जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। कभी-कभी अंधा होने का भी खतरा बना रहता है।
वैज्ञानिकों ने तैयार की खास आई-ड्रॉप
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी आई-ड्रॉप तैयार की है, जिसमें फ्लुइड जेल के साथ-साथ जख्म को भरने वाला प्रोटीन डेकोरीन है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह फ्लुइड जेल आंख की पटल की सुरक्षा करने में कारगर है। अनुसंधान में बताया गया है कि आई-ड्रॉप के इस्तेमाल के कुछ दिनों में इसका असर दिखने लगता है।
फ्लुइड जेल करेगा आंखों की सुरक्षा
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और प्रमुख शोधकर्ता लियाम ग्रोवर ने कहा, “फ्लुइड जेल एक नया पदार्थ है जो ठोस से तरल अवस्था में बदल सकता है। मतलब यह खुद आंख की पटल पर फैल जाता है और उस पर बना रहता है, जिससे धीरे-धीरे आंखों का धुंधलापन समाप्त हो जाता है।” विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एन. लोगान ने कहा कि आई ड्रॉप में यह नया फ्लुइड जेल आंखों की पटल पर डेकोरीन प्राप्त करने के लिए बनाया गया है।
सर्दियों में बढ़ जाता है संक्रमण
कम नमी के कारण सर्दियों में आंखों में सूखापन, खुजली आम समस्या है। इसके अलावा, अधिकांश लोग ठंड से बचने के लिए अपने घरों या कार्यालयों में हीटर चलाते हैं। ऐसे में इस मौसम में हवा में नमी का स्तर वैसे ही कम होता है, जो हीटर चलाने से और कम हो जाता है, जिससे आंखों की नमी और उड़ जाती है। सर्दियों में आंखों को स्वस्थ रखने के लिए इन बातों का ध्यान रखें।
- बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं। अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने से आपकी आंखों में नमी बनाए रखने में मदद मिलेगी।
- अपने चेहरे पर सीधे हीटर की गर्मी ना पड़ने दें, क्योंकि इससे आपकी आंखों की नमी सूख सकती है।
- कार में, हीट वेंट्स को शरीर के निचले हिस्से की तरफ कर के चलाया जाना चाहिए।
- धूल के कण या ठंडी हवाओं से आंखों को बचाने के लिए चश्मा और टोपी लगाना चाहिए।