सात साल लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर उत्तरी भारत की द्रंग नमक खान में उत्पादन शुरू हो गया। सांसद रामस्वरूप ने चट्टानी नमक की बिक्री का विधिवत शुभारंभ किया। यहां अब 300 करोड़ की लागत से लिक्विड नमक का कारखाना लगाया जाएगा।
योग गुरु बाबा रामदेव पतंजलि के माध्यम से इस कारखाने को पीपीपी मोड़ के तहत चला सकते हैं। इस बात के संकेत सांसद रामस्वरूप शर्मा ने दिए हैं। सांसद ने कहा कि 300 करोड़ की लागत से लिक्विड नमक का कारखाना लगाया जाएगा।
सीएम जयराम ठाकुर से बात हो चुकी है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद प्रदेश सरकार से मिलकर इसका संचालन किया जाएगा। भविष्य में यह तय होगा कि इसे भारत सरकार का कोई उपक्रम या पीपीपी मोड पर चलाया जाएगा।
लोग बोले, नमक खान से धंस रही जमीन और मकान
उन्होंने कहा कि नमक रिफाइनरी उद्योग लगने से यहां दो हजार बेरोजगार युवाओं को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा। डीपीआर तैयार कर ली गई है। सिंगल विंडो क्लीयरेंस भी हो चुकी है। जमीन को लीज में लेने की प्रक्रिया चल रही है।
सांसद ने कहा कि द्रंग चट्टानी नमक का मोमेंटो तैयार कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भेंट किया गया है। शीघ्र ही एक मोमेंटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेंट किया जाएगा। इस मौके पर द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर और जोगिंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा भी मौजूद रहे।
क्षेत्र के नगरोटा, हुल्लू, कुलांदर, मसेरन, भराड़ा गांव के प्रभावितों ने नगरोटा निवासी कांता शर्मा की अगुवाई में सांसद रामस्वरूप शर्मा और विधायक जवाहर ठाकुर से मुलाकात की।
ग्रामीणों ने कहा कि नमक खान से उनकी जमीन धंस रही है। घरों में दरारें आ रही हैं। नगरोटा गांव के प्राचीन मंदिर, पेयजल स्रोत सब खतरे में हैं। ग्रामीणों ने सांसद से गुहार लगाई कि खतरे को देखते हुए उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।