आई 1 न्यूज़ शिमला, 03 जुलाई 2018 विद्यालयों में पदारोहण आलंकरण समारोह एवं छात्र परिषद का गठन छात्रों में सहभागिता, प्रतियोगिता एवं उत्तरदायित्व की भावना पैदा करता है। यह विचार आज शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में आयोजित पदारोहण एवं छात्र परिषद गठन समारोह की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों से जहां विद्यालय के तहत विभिन्न गतिविधियों तथा कार्यों के प्रति छात्रों व शिक्षकों का दायित्व सुनिश्चित होता है, वहीं उनमें परस्पर समन्वय व सहयोग का भाव भी उत्पन्न होता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि अध्यापक एवं कर्मचारी दृढ़ कार्य संस्कृति के साथ कार्य करें तो प्रदेश के सरकारी विद्यालय निजी अथवा देश के अन्य विद्यालयों से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र की संस्कृति प्राचीन व अक्षुण है, जिसमें शिक्षा का सदैव उच्च स्थान रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अर्थ देश को आत्मनिर्भर बनाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अध्यापक केवल कर्मचारी नहीं, बल्कि समाज का पथ प्रदर्शक है। उन्होंने अध्यापकों से इस भाव के प्रति अपने कार्य निषपादन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने छात्र परिषद के तहत 44 छात्राओं को विभिन्न दायित्वों के प्रति अलंकृत किया तथा आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामेश्वर दत्त शर्मा ने अपने संबोधन में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए स्कूल में विभिन्न व्यवस्थाओं संबंधी सुझाव दिये तथा कुछ मांगों की पूर्ति के लिए आग्रह किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र सूद ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर नगर निगम महापौर श्रीमती कुसुम सदरेट, उपमहापौर राकेश शर्मा, पार्षद किम्मी सूद, श्रीमती बृज सूद, पूरण मल, शिमला नर्सिंग काॅलेज के अध्यक्ष रमेश सूद तथा राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान आशीष कोहली, संयुक्त निदेशक सु सोनिया ठाकुर, उप निदेशक उच्च शिक्षा श्रीमती राजेश्वरी बत्ता, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा राकेश बिष्ठ, विशेष कार्य अधिकारी मामराज पुंडीर तथा स्कूल के अध्यापक, कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
विद्यालयों में पदारोहण आलंकरण समारोह एवं छात्र परिषद का गठन
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