आई 1 न्यूज़ 27 जनवरी 2018 (अमित सेठी ) विक्की गौंडर एनकाउंटर मामले में पँजाब के पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इस पुरे ओप्रशन के बारे में जानकारी दी । प्रेस कॉन्फ्रैंस में उनके साथ डीजीपी लॉ एंड आर्डर हरदीप सिंह ढिल्लों, डीजीपी इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता और आईजी ऑर्गनाइज़्ड क्राइम सेल यूनिट सहित इस कारवाही को अंजाम देने वाले एआईजी ऑर्गनाइज़्ड क्राइम सेल यूनिट गुरमीत सिंह चौहान भी मौजूद रहे जबकि इस दौरान सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल भी मौजूद विशेष तौर पर मौजूद रहे ।
डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने बताया कि पिछले लंबे समय से गैंगस्टर्स का इशू पँजाब में चल रहा है।जिसके लिए हमने आईजी निलभ किशोर की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई थी।जिसे ऑर्गेनाइसड क्राइम सेल सेल यूनिट नाम दिया गया था। कहा जब पटियाला जेल ब्रेक हुआ तब गुरमीत चौहान पटियाला के एसएसपी थे जो शुरू से इस केस को फॉलो कर रहे थे।उन्हें भी इस यूनिट में लिया गया था।जिन्होंने इस ऑपरेशन को अपने अंजाम तक पहुंचाया।उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को अडवाइजरी जारी की थी जिसमे गैंगस्टर्स की 5 जिलों में अधिक मूवमेंट होने की सुचना मिली थी। जिसके लिए अतिरिक्त फ़ोर्स लगाई थी। जिसके बाद इंटेलिजेंस और एसआईटी सहित पुलिस ने टेक्नोलॉजी और पकड़े गए कुछ गैंगस्टर्स की इंटेरोगेशन से अपनी इनफार्मेशन डेवेलोप की। जिसमे पता चला की इनकी मूवमेंट अबोहर में होने का पता चला। जिसके बाद पुलिस को इन गैंगस्टर्स के राजस्थान पंजाब बॉर्डर पर एक व्यक्ति के घर होने की जानकारी मिली। जिसपर नजर रख पुलिस ने अपनी जानकारी पुख्ता कर इस कारवाही को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि एआईजी गुरमीत सिंह चौहान की अध्यक्षता में पुलिस की टीम ने गंगानगर में इस पूरी कारवाही को अंजाम दिया गया।
वहीँ इस पूरी कारवाही को अंजाम देने वाले एआईजी गुरमीत चौहान ने बताया कि विक्की गौंडर को काफी समय से ट्रैक किया जा रहा था। जिसमे 24 जनवरी को पाँच जिलों में स्पेशल ऑपरेशन भी लांच किया था। जिसके बाद पुलिस ने पंजाब राजस्थान बोर्डर पर पंजावा गाँव के एक व्यक्ति लखविंदर लक्खा को ट्रैक करना शुरू किया। जिसके घर विक्की गौंडर और प्रेमा लाहोरिया ने पनाह ली थी। उन्होंने बताया कि यह अपराधी राजस्थान गंगानगर स्थित बॉर्डर पर पक्की ढाणी में लखविंदर लखा के दूसरे घर में शरण लिए हुए थे और कभी कभी रात को ही बाहर निकलते थे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे पांच टीमों के साथ उन्होंने घटनास्थल पर रेड किया। जिसमे एक टीम छत्त से, एक खेतों में और तीन टीमे तीन दरवाजों से घर में घुसी। इस दौरान पुलिस की भनक पाकर प्रेमा लाहोरिया और विक्की गौंडर भी दीवार जंप करते समय मारा गया। जबकि उनका एक अन्य साथी उन्हें कवरिंग फायर दे रहा था। जिसकी गोली से पुलिस के दो अधिकारी भी घायल हुए। जवाबी फायरिंग में तीसरा आरोपी सुखप्रीत भी घायल हुआ। जिसने बाद में अस्पताल में डीएम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि एनकाउंटर को अंजाम देने तक उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि यह इलाका राजस्थान की हद गंगानगर में पड़ता है। जबकि इसकी जानकारी बाद में राजश्थान पुलिस को दे दी गयी। जिसकी एफआईआर गंगानगर पुलिस ठाणे में दर्ज हुई है।उन्होंने बताया कि आरोपियों से 32 बोर के 2 पिस्तौल और 30 बोर के एक पिस्तौल सहित कई राउंड गोलियां बरामद हुई है। जबकि इस मुकाबले में पुलिस की और से कुल 40 राउंड जबकि आरोपियों की और से कुल 10 राउंड फायर किये गए।
बाइट- गुरमीत सिंह ,एआईजी ऑर्गनाइज़्ड क्राइम सेल यूनिट