ऑय 1 न्यूज़ 4 जनवरी 2019 (रिंकी कचारी) Molestation allegation MBBS छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर मीणा ने उसे अपने ऑफिस में बुलाकर छेड़छाड़ की. जबकि प्रोफेसर ने सभी आरोपों को नकार दिया है. कॉलेज ने आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. राजस्थान के भरतपुर जिले में मेडिकल की एक छात्रा ने अपने कॉलेज के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़छाड़ करने का गंभीर आरोप लगाया है. कॉलेज में यौन उत्पीड़न का यह पहला मामला है. पीड़िता एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा है. उसका आरोप है कि असिस्टेंट प्रोफेसर ने उसे अपने दफ्तर में बुलाया और उसके साथ गलत नीयत से छेड़छाड़ की. शिकायत मिलने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने मामला जांच कमेटी को सौंप दिया है.
मामला भरत के एक मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है. जहां से छात्रा एमबीबीएस कर रही है. छात्रा ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. केएल मीणा पर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है. पूरे कॉलेज में इसी बात की चर्चा हो रही है. कॉलेज प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए गठित की गई 7 सदस्यीय कमेटी को इस केस की जांच सौंप दी है.
उधर, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. केएल मीणा ने छात्रा के सारे आरोपों को झूठा करार दिया है. उनका कहना है कि आरोप लगाने वाली छात्रा अक्सर क्लास से गायब रहती है. उन्होंने उसे समझाने के लिए अपने दफ्तर में बुलाया था. इसके अलावा कोई बात नहीं है. असिस्टेंट प्रोफेसर की पत्नी पत्नी डॉ. कविता यादव भी मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं. वो भी अपने पति के बचाव में आ गई हैं. उनका कहना है कि आरोप लगाने वाली छात्रा बहुत शातिर है. वह उन्हें परेशान कर रही है.
इससे पहले जब कॉलेज के छात्रों तक यह ख़बर पहुंची तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई. जब पुलिस कॉलेज में पहुंची तो प्रिंसिपल डॉ. अजय कुकरेजा ने अधिकारियों से कहा कि अभी यह कॉलेज का अंदरूनी मामला है. इसकी जांच की जा रही है.
कॉलेज की 7 सदस्यीय जांच कमेटी का नेतृत्व डॉ. ओलिव सिंह कर रहे हैं. कमेटी को 12 घंटे में अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. जिला प्रशासन को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है. पीड़िता के मुताबिक यह घटना 2 जनवरी की दोपहर की है. छात्रा के परिजनों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है.