Sunday, December 22, 2024
to day news in chandigarh
HomeUncategorizedबुलंदशहर हिंसा: आरोपी प्रशांत नट की पत्नी का दावा- पुलिस वालों ने...

बुलंदशहर हिंसा: आरोपी प्रशांत नट की पत्नी का दावा- पुलिस वालों ने खुद रखा था शहीद इंस्पेक्टर का मोबाइल

ऑय 1 न्यूज़ 28 जनवरी 2019 (रिंकी कचारी) एसआईटी की तरफ से ये दावा किया गया था कि ये मोबाइल हत्या के मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर में छापा मारकर बरामद किया है. एसआईटी ने कहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध के मोबाइल के साथ-साथ उसके घर से और 5 मोबाइल मिले हैं.

बुलंदशहर: बुलंदशहर के स्याना में 3 दिसंबर को हुई हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का सरकारी मोबाइल फ़ोन बरामद होने का मामला उलझ गया है. अब इसमें एक नया मोड़ आ गया है. आरोपी प्रशांत नट की पत्नी ने दावा किया है कि पुलिस वाले इंस्पेक्टर का सरकारी मोबाइल अपने साथ लाए थे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके घर पर आकर पूछा कि प्रशांत का कमरा कौन सा है. दो पुलिस वाले अंदर गए और ड्रेसिंग टेबल पर फोन रख दिया. जब हमने कहा कि ये हमारा नहीं है तो उन लोगों ने हमें चुप करा दिया.

एसआईटी की तरफ से ये दावा किया गया था कि ये मोबाइल हत्या के मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर में छापा मारकर बरामद किया है. एसआईटी ने कहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध के मोबाइल के साथ-साथ उसके घर से और 5 मोबाइल मिले हैं.

बता दें कि सीजेएम कोर्ट से सर्च वारंट के आधार पर एसआईटी ने 26 जनवरी को देर रात घर प्रशांत नट के घर की तलाशी ली थी. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इसकी पुष्टि की है. प्रशांत नट इस समय बुलन्दशहर जेल में बंद है.

एसआईटी की टीम इंस्पेक्टर सुबोध के पिस्टल की भी तलाश में जुटी है. इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या 3 दिसंबर को स्याना हिंसा के दौरान गोली मारकर की गयी थी.

प्रशांत नट को नोएडा-बुलंदशहर बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जिनसे पुलिस को प्रशांत के बारे में जानकारी मिली थी. पुलिस ने कई वीडियो की भी जांच की थी जिसके बाद प्रशांत नट पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरु किया था. दरअसल पुलिस को कई वीडियो मिले थे जो हिंसा से संबंधित थे.

ऐसे हुई थी इंस्पेक्टर की हत्या
बुलंदशहर में 3 दिसंबर 2018 को महाव गांव में गौकशी के बाद हिंसा हुई. इस वारदात में बजरंग दल, भारतीय जनता युवा मोर्चा जैसे संगठनों के नेता भी शामिल थे. हिंसा के दौरान चिंगरावठी पुलिस चौकी पर पथराव के बाद आग लगा दी गई. मौके पर भीड़ से मोर्चा ले रहे इंस्पंक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और उनकी सरकारी गाड़ी को उपद्रवियों नें फूंक डाला था. प्रदेश सरकार के आदेश पर गठित एसआईटी इस मामले में करीब 40 आरोपियों को जेल भेज चुकी है जिसमें बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज और भाजयुमो का स्याना नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल भी शामिल है. पुलिस ने प्रशांत नट नाम के आरोपी को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा है जिसने इंस्पंक्टर सुबोध कुमार सिंह को गोली मारी थी. प्रशान्त नट के साथ कलुआ नाम के एक आरोपी ने इंस्पंक्टर पर कुल्हाड़ी से प्रहार किया था. पुलिस ने कलुआ को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा है

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments