आई 1 न्यूज़ 8 मार्च 2018 ( अमित सेठी ) पुलिस का फर्ज लोगों की रक्षा करना है तो साथ ही लोगों की मदत के बीच भी पुलिस की तरफ से कदम बढ़ाये जाते हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है चंडीगढ़ पुलिस का जिसमे न सिर्फ पुलिस ने एक व्यपारी का लापता सामान उसको दिया बल्कि अपना इंसानी और डियूटी फर्ज को समझते हुए उसे उसका सामान वापिस जिसमे अगर पूरा सामान गलत हाथों में जाता तो उसका कोई भी गलत फायदा उठा सकता था पुलिस जब अपने फर्ज के साथ में इंसानियत का फर्ज अदा करती है तो उसे भी जनता सराहनीय नजरो से देखती है अन्यथा पुलिस की तरफ से भ्र्ष्टाचार और मारपीट के विडिओ सामने आते रहते हैं लेकिन कई बार इस तरह की घटनाएं भी सामने आती है जिसमे जुर्म होना तो बचता ही है
आम लोगों की मदत भी होती है,चंडीगढ़ के सोने के व्यपारी योगेश कुमार जब घर से बैंक के लिए निकले तो रास्ते में किसी काम से रुके जिस बीच उनका बैग सड़क पर गिर गया या फिर उनकी मने किसी ने उठा लिया जिसमे चेक बुक और दस हजार रु व् जरुरुई दस्तावेज शामिल थे जो डियूटी कर रहे चंडीगढ़ के सब इन्स्पेक्टर बलराम राणा व् उनकी टीम को मिला जिसे उन्होंने पहले पुलिस कंट्रोल रम में जानकारी दी और उसके तुरंत बाद उन चेक बुकों में लिखे मोबाईल नंबर पर सम्पर्क किया व् योगेश कुमार को वापिस दिया जिसमे योगेश कुमार की माने तो अर ये बैग किसी गलत हाथों में जाता तो कोई भी कितने भी पैसे निउकलवा सकता था और उसका गलत फायदा उठा सकता वहीँ पुलिस अधिकारी बलराम राणा ने बताया की जब उन्हें ये बैग और बैग में पड़े पैसे मिले तो क़ानूनी कार्यवाही के तुरंत बाद ये बैग उस शख्स को दिया जिसका ये था और अपना फर्ज अदा किया बलराम राणा चंडीगढ़ पुलिस के सब इन्स्पेक्टर बलराम राणा की तरफ से दिखाई गई सूझबूझ कहें या डियूटी के प्रति ईमानदारी एक मिसाल है सिर्फ पुलिस के लिए नहीं बल्कि आम लोगों के लिए की अगर हमें किसी का सामान मिले तो कई बार लोग उसे ऐसे ही छोड़ देते हैं जबकि इससे किसी का समय और पैसा दोनों बच सकते हैं वहीँ पुलिस की जहाँ छवि करने वाले विडिओ सामने आते रहते हैं तो ऐसी घटनाएं भी सामने रखने जरूरी है जिससे पुलिस के प्रति लोगों की सोच बदल सके.