पांवटा अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कक्ष में सालभर से ताला लटका हुआ है। सरकार ने सभी गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड मुफ्त करने की योजना चला रखी है। लेकिन पांवटा अस्पताल में पद रिक्त होने के कारण गर्भवती महिलाओं को निजी क्लीनिकों में जाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। अन्य मरीज भी हर रोज निजी क्लीनिक में जाने को विवश हैं। अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन पिछले एक वर्ष से बंद कमरे में धूल फांक रही है। सिरमौर माइन संघ प्रधान मीत सिंह ठाकुर, पांवटा निवासी सुरजीत सिंह, रतन सिंह चौहान, मोहनीश मोहन, जुल्फकार अली, मनिंदर सिंह, दिनेश शर्मा, भरत ठाकुर और यशपाल राणा का कहना है कि मरीजों को अल्ट्रासाउंड सुविधा मिलनी जरुरी है।
पिछले एक वर्ष से निजी क्षेत्रों का रुख करना पड़ रहा है। जहां पर अल्ट्रासाउंड करवाने पर पांच सौ से दो हजार तक वसूला जा रहा है। इससे लोगों को आर्थिक चपत लग रही है। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद भरा जाए। उधर, सीएमओ सिरमौर डॉ. संजय शर्मा ने कहा कि पांवटा से इस तरह की समस्या की शिकायतें आ रही हैं। प्रदेश सरकार व विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। शिमला में 5 जनवरी को होने वाली बैठक में भी समस्या को रखा जाएगा।
रेडियोलॉजिस्ट का पद नहीं भरा जाता, तब तक किसी निजी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को फ्री अल्ट्रासाउंड सुुविधाएं देने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। जिसकी चार्जिंग तय कर विभाग निजी क्लीनिक को देगा।