ऑय 1 न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट 26 फरवरी 2018
पंजाब की जेलों में सभी तरह की सुख सुविधाओं जैसे की मोबाइल , ड्रग्स आसानी से उपलब्ध है ,कुछ ऐसी ही आरोप चंडीगढ़ के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में की कपूरथला जेल में सज़ा काट रहे है विचाराधीन कैदियों के परिजनों की तरफ से लगाए गए।परिजनों के अनुसार एड्स पीड़ित कैदी के साथ रखने का डर दिखाते हुए जेल में उग्रई जाती है मोटी रकम ।फिलहाल पीड़ितों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है
पीड़ितों के वकील विक्रम सतपाल आनंद के मुताबिक जेल सुपरडेन्ट सुरिंदर पाल खन्ना अपने एक गनमैन रेशम सिंह और बहादर सिंह LO जेल के जरिए उग्रई करता है। जिसकी शिकायत पंजाब ऐंड हरयाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भी की गई है।एड्स पीड़ित कैदी को साथ रखने का डर दिखाते हुए बैरक बदलने के 50 हज़ार रुपए मांगे जाते है और एक हफ्ता मोबाईल रखने के 4 से 5 हज़ार लिए जाते है ,पसंदीदा बैरक के लिए 50 हज़ार मांगे जाते है और कुछ ऐसे ही और सुविधाओं के रेट फिक्स हैं।यहां तक कि बुखार की गोली के लिए 500 रूपए मांगे जाते है Advocate विक्रम ने बताया की जेल में पैसे जेब में हों तो बीड़ी , सिगरेट , तम्बाकू,मोबाइल , नशा सब कुछ मिलता है
परिजनो के अनुसार जेल सुपरिंडेंटेंट द्वारा अपने प्यादों की मदद से जेल में हर सुविधा एक फिक्स रेट पर कैदियों और अंडर ट्रायल्स को उपलब्ध की जाती है।परिजनों ने बताया की कैसे जेलों में बैरकें मासिक किराये पर उपलब्ध हैं , एड्स के मरीज भी पैसे देकर जेलों में ओपन बैरकों में घूमते हैं जो की स्वस्थ कैदियों के लिए बहुत बड़ा खतरा है
कपूरथला जेल में बंद एक कैदी के भाई के मुताबिक वो एक बार 50 हज़ार तो एक बार 5 हज़ार रूपए जेल में भेज चूका है, और तभी उसे अंदर के इस करप्ट सिस्टम का पता चला।