ऑय 1 न्यूज़ 11 दिसम्बर 2018 (रिंकी कचारी) 250 से अधिक मरीजों का कत्ल करने वाले ‘द एंजेल ऑफ डेथ’ नाम से कुख्यात डॉक्टर हारोल्ड शिपमैन को डॉक्टर डेथ के नाम से भी जाना जाता था…इस सीरियल किलर ने जेल में फांसी लगाकर जान दे दी थी…इस सीरियल किलर ने जेल में फांसी लगाकर जान दे दी थी| इस दुनिया में ऐसे दरिंदों की कमी नहीं जो इंसान होते हुए भी अपने कर्मों से शैतान बन गए. जिन्होंने ऐसी वारदातों को अंजाम दिया, जिन्हें सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. मानवीय इतिहास में ऐसे कई सीरियल किलर रहे, जिनकी करतूतें जानकर आज भी लोग सहम जाते हैं. ऐसा ही एक नाम था हारोल्ड शिपमैन का.
‘डॉक्टर डेथ’
हम आपको बताने जा रहे हैं हारोल्ड शिपमैन की वो खौफनाक दास्तान जो आपने अब से पहले शायद ही पढ़ी या सुनी हो. दरअसल, हारोल्ड शिपमैन को ‘द एंजेल ऑफ डेथ’ और ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता था. उसके नाम की दहशत का आलम ये था कि लोग उसके नाम को सुनना भी नहीं चाहते थे.
कौन था ये कातिल
हारोल्ड शिपमैन का जन्म 14 जनवरी, 1946 में इंग्लैंड के नॉटिघंम में हुआ था. साल 1970 में उसने बतौर डॉक्टर प्रैक्टिस शुरू की. इसी दौरान न जाने उसके सिर पर क्या भूत सवार हुआ कि वो मरीजों को मारने के लिए अफीम की ओवरडोज देने लगा. जिससे उनकी मौत की वजह भी पता नहीं चल पाती थी.
250 लोगों का कत्ल
बताया जाता है कि हारोल्ड के निशाने पर ज्यादातर महिलाएं हुआ करती थीं. हैरानी की बात ये है कि वह उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल होता था. आंकड़ों के मुताबिक 1998 तक उसने करीब 250 लोगों का कत्ल किया था. मरने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल थीं.
ऐसे बना हत्यारा
बताया जाता है कि हारोल्ड शिपमैन की मां को लंग कैंसर था. इसी वजह से उसकी मां की मौत हो गई थी. इस घटना से उसे गहरा सदमा लगा था. इसी टीस ने उसे हत्यारा बना दिया. 24 जून, 1998 में 81 साल की एक महिला की मौत के बाद उसके जुर्म का पर्दाफाश हुआ था.
जेल में लगा ली थी फांसी
मामले की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने अदालत में 15 हत्याओं के मामले में उसके खिलाफ दोषी होने के सबूत पेश किए, जिसके बाद उसे उम्रकैद की सजा मिली. 13 जनवरी, 2004 को हारोल्ड ने जेल के अंदर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी.