आई 1 न्यूज़ : संदीप कश्यप
सोलन
शिशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए उनका निर्धारित समय पर टीकाकरण किया जाना चाहिए। यह जानकारी आज राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत चलाए जा रहे प्रचार अभियान के अन्तिम दिन सोलन जिले के विभिन्न चिकित्सा खण्डों में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा प्रदान की गई।
कलाकारों ने लोगों को अवगत करवाया कि राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत बच्चों को अनेक जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर राोग प्रतिरोधक टीके लगाए जाते हैं। टीकाकरण बच्चे को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होता है। लोगों को टीकाकरण अभियान की पूर्ण जानकरी प्रदान की गई।
लोगों को बताया गया कि अभियान के तहत बच्चों को तपेदिक रोग से बचाने के लिए बी.सी.जी, हैपाटाईटिस से बचाने के लिए जन्म के तुरन्त बाद हैपाटाईटिस-बी डोज, पोलियों से बचाव के लिए पोलियो ड्राॅप्स, डिप्थीरिया, टेटेनस, काली खांसी, हैपाटाईटिस-बी तथा हैमोफीलस इन्फलूयेन्जा टाईप-बी जैसी पांच बीमारियों से बचाव के लिए पैंटावेलेन्ट 1,2 व 3, रोटा वायरस वैक्सीन, खसरे से बचाव के लिए मीजल्स की प्रथम डोज, विटामिन-ए, डीपीटी इत्यादि टीके लगाए जाते हैं। सभी से आग्रह किया गया कि बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से टीके लगवाएं।
कलाकारों ने लोगों को जननी सुरक्षा योजना की भी पूर्ण जानकारी प्रदान की। लोगों को अवगत करवाया गया कि गरीबी रेखा से नीचे, अनुसूचित जाति, जनजाति से सम्बन्धित महिला इस योजना का लाभ उठा सकती है। योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को अस्पताल में प्रसव करवाने पर 700 रुपए, शहरी क्षेत्र की महिलाओं को अस्पताल में प्रसव करवाने पर 600 रुपए तथा घर में प्रसव करवाने पर 500 रुपए तक की सहायता प्रदान की जाती है। इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा मिशन निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिश्सन से प्राप्त की जा सकती है।
6 से 13 फरवरी तक चलाए गए अभियान के तहत सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के अक्षिता कला नाट्य कला मंच कण्डाघाट द्वारा सायरी चिकित्सा खण्ड के चायल, सोनाघाट, कुरगल, धंगील, क्वारग, कोट-कदौर, बाश, बीशा, कुफ्टु, सतड़ोल, वाकना, डुमैहर, सायरी, सेरीघाट, क्यारटू तथा साधुपुल, पूजा कला मंच बाड़ीधार, अर्की द्वारा नालागढ़ चिकित्सा खण्ड के तहत चैंकीवाला, राजपुरा, पंजैहरा, जौंघो, बरूणा, बघेरी, पीर स्थान, खेड़ा, बद्दी, गुल्लरवाला, मस्तानपुर, दभोटा, रामशहर, तथा दिग्गल, हिम सांस्कृतिक कला मंच टूटीकण्डी द्वारा चण्डी चिकित्सा खण्ड के खाल्टू, कुठाड़, बिशनपुर, जगजीतनगर, गोयला, घड़सी, बढलग, भावगुड़ी, कोटबेजा, चण्डी, कोटला, कुण्डुवाला, खरोटा, पट्टा महलोग एवं साधना कला मंच राजगढ़ द्वारा चिकित्सा खण्ड धर्मपुर के गांवों में लोगों को जानकारी प्रदान की गई।