उद्योग विभाग ने बिलासुपर जिला के ग्वालथाई में बंद पड़े उद्योगों और उद्योग न लगाने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस कड़ी में विभाग ने 19 उद्योगपतियों के प्लॉट रद्द कर दिए हैं।
वहीं 1.2 करोड़ रुपये की प्रीमियम राशि भी जब्त कर ली है। विभाग ने 21 हजार वर्ग मीटर जमीन को कब्जे में लिया है। इसकी वर्तमान कीमत तीन करोड़ है। खबर की पुष्टि जिला उद्योग केंद्र बिलासपुर के महा प्रबंधक ज्ञान सिंह चौहान ने की है।
उक्त कार्रवाई ग्वालथाई में बंद पड़े उद्योगों पर की गई है। दो सप्ताह पूर्व 36 प्लॉट धारकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से 19 उद्योगपतियों ने कोई जवाब नहीं दिया। फलस्वरूप इनके प्लाट रद्द करने के आदेश जारी कर दिए गए।
19 प्लॉटों का कुल क्षेत्रफल 21000 वर्ग मीटर
19 प्लॉटों का कुल क्षेत्रफल 21000 वर्ग मीटर है। इससे पहले वर्ष 2017 में ही आठ प्लाटों का आवंटन रद्द किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 4 प्लॉट धारकों ने कार्य शुरू करने के लिए वक्त मांगा है। जिन पर व्यक्तिगत सुनवाई के बाद फैसला लिया जाएगा।
औद्योगिक क्षेत्र बिलासपुर के प्लॉट धारकों को जारी कारण बताओ नोटिस के उत्तर लगातार इस कार्यालय को प्राप्त हो रहे हैं। प्लाट आवंटियों की ओर से बताई गईं खामियों को दूर किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बारे में हाईकोर्ट और प्रदेश सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है।
सरकार ने स्पष्ट कहा है कि औद्योगिक प्लाटों पर औद्योगिक गतिविधि चलनी ही चाहिए। अन्यथा इनका अधिग्रहण करके विभाग का लैंड बैंक तैयार किया जाएगा, ताकि सही निवेशकों को प्लाटों का आवंटन किया जा सके।
जिला उद्योग केंद्र बिलासपुर के महाप्रबंधक ज्ञान सिंह चौहान ने कहा कि विभाग का काम किसी को डराने का नहीं है। लेकिन सरकार ने जो प्लॉट उद्योग स्थापित करने को दिए हैं, उनमें उद्योग चलाने ही होंगे।