आई 1 न्यूज़ (अमित सेठी) 18 सितम्बर 2018 आम आदमी पार्टी के बागी सुखपाल खैरा गुट ने पुराने नेताओं से पार्टी द्वारा संपर्क किए जाने का स्वागत किया है। साथ ही मांग की है कि पहले सुच्चा सिंह छोटेपुर के खिलाफ साजिश करने वालों पर कार्रवाई की जाए। उनके साथ जो किया, उसके लिए माफी मांगी जाए। खैरा और कंवर संधू ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अब दिल्ली की लीडरशिप को पता चल गया है कि वे पिछले दो साल से जो कर रहे थे, वह गलत था।
उसकी वजह से जिन नेताओं पर कार्रवाई की गई, अब उनसे संपर्क कर रहे हैं। पहले संजय सिंह, डॉ. धरमवीर गांधी के पास गए। अब पंजाब के नेताओं को कहा कि छोटेपुर को मनाओ। पर पहले अरविंद केजरीवाल को पंजाब के लोगों से माफी मांगनी चाहिए कि हमने जो किया, गलत था। इन लीडर की तौहीन, इन पर कार्रवाई बड़ी भूल थी। उन्होंने कहा कि जो लोग नेताओं से संपर्क कर रहे हैं, पार्टी की हार के लिए वही जिम्मेदार हैं। जिस आदमी ने छोटेपुर का स्टिंग किया, उसने प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया था कि यह किसकी साजिश थी।
पहले उन लोगों पर कार्रवाई की जाए। हमें खुशी है कि पंजाब में जो उनको समर्थन मिला, उसके बाद वे लोग पुराने नेताओं के पास जा रहे हैं। पंजाब के लोगों ने दबाव बना कर घर-घर जाने को मजबूर कर दिया। पहले यूज एंड थ्रो की सियासत होती थी। इन लोगों ने यूज, थ्रो एंड डिस्ट्रॉय की। छोटेपुर को ऐन चुनाव से पहले पार्टी से निकाल कर उनका करियर तबाह कर दिया।
दोनों नेताओं ने स्पष्ट किया कि बठिंडा कन्वेंशन में पास प्रस्तावों को मानने के बाद ही हाईकमान से कोई बातचीत होगी। खैरा ने कहा कि कई दिनों से चर्चा थी कि दिल्ली वालों चार विधायकों की ड्यूटी उनसे बातचीत के लिए लगाई है। लेकिन अब तक उनसे किसी ने भी बात नहीं की। तीन दिन पहले केजरीवाल जालंधर आए थे, वह भी सबको बुला सकते थे। खैरा ने कहा कि संधू, छोटेपुर से मिले हैं, उन्हें भी सर्व दलीय बैठक में बुलाया गया है।
बेअदबी पर बुलाई सर्व दलीय बैठक
सुखपाल खैरा ने कहा कि बेअदबी और फायरिंग में आरोपी सभी पुलिसकर्मियों को हाईकोर्ट से राहत मिल गई। कांग्रेस सरकार ने जानबूझ कर उन्हें ऐसा करने दिया। इस सरकार से प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल और सुमेध सैनी पर कार्रवाई की क्या की जा सकती है। सरकार ने सीबीआई से केस वापस लेने को भी अब तक कुछ नहीं किया।
इतने गंभीर मुद्दे पर सरकार संजीदा नहीं है। इसी लिए 21 को किसान भवन में सर्व दलीय बैठक बुलाई गई है। जिसमें कांग्रेस के तीन मंत्रियों नवजोत सिद्धू, तृप्त रजिंदर बाजवा, सुखजिंदर रंधावा और प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ को न्यौता दिया गया है। जो भाषण उन्होंने विधानसभा में दिए थे, उन पर कायम रहें। अकाली दल को नहीं बुलाया जा रहा है, क्योंकि वे खुद दोषी हैं।