सूचना मिलने के बाद डीएसपी कृष्ण कुमारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल ने होटल में छापा मारा। इस दौरान आरोपियों ने पुलिसकर्मियों को कमरे के अंदर प्रवेश करता देख धक्का-मुक्की भी की लेकिन पूरी तैयारी से पहुंची पुलिस टीम ने आरोपियों को मौके पर दबोच लिया। कमरा नंबर 401 में बिस्तर पर पैसों का ढेर और टेबल पर शराब व कोल्ड ड्रिंक की बोतलें रखी थीं। पुलिस को जुआ खेलने के लिए इस्तेमाल की जा रही डाइस और और अन्य कई चीजें बरामद हुईं। पुलिस को कमरे में रखी आरोपियों की एक तिजोरी भी मिली।
आरोपियों के कब्जे और तिजोरी से पुलिस को करीब पंद्रह लाख रुपये बरामद हुए। पुलिस ने बरामद रकम और अन्य बरामद चीजों को कब्जे में ले लिया है। आरोपियों के खिलाफ सेक्टर-17 थाना पुलिस ने गैंबलिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस सभी आरोपियों से रात करीब तीन बजे तक बंद कमरे में पूछताछ करती रही। साथ ही आरोपियों की पहचान और उनके ठिकानों के बाबत भी पूछताछ की गई। जांच के दौरान पता लगा कि इससे पहले आरोपी होटल जेडब्ल्यू मैरिएट में भी जुआ खेलते रहे हैं।
होटल शिवालिक व्यू में भी अक्सर जुआ खेलने के लिए कमरे बुक कराते रहे हैं। मामले की जांच में बुकी माशा का नाम भी सामने आया है। गिरफ्तार आरोपियों में राजपुरा, जीरकपुर व पंजाब की अन्य जिलों में रहने वाले बिजनेसमैन शामिल हैं। पटियाला से आए कुछ आरोपी भी पुलिस के शिकंजे में फंसे हैं। बताया गया कि जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें कई लोग माशा के करीबी हैं। इसके अलावा पंजाब के कुछ मंत्रियों के नाम भी सामने आए लेकिन पुलिस ने इस बाबत किसी जानकारी को साझा नहीं किया।
रेड करने वाली पुलिस टीम में डीएसपी सेंट्रल कृष्ण कुमार सहित थाना सारंगपुर एसएचओ इंस्पेक्टर रामरत्न शर्मा, सेक्टर-11 थाना एसएचओ इंस्पेक्टर लखबीर सिंह समेत करीब दो दर्जन कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एएसआई और एसआई मौजूद थे।
सादे कपड़ों सहित वर्दी में पहुंची पुलिस ने होटल घेरा
गुप्त सूचना पर डीएसपी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने होटल में छापा मारा। इस दौरान आधे पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों और आधे वर्दी में होटल में घुसे। पुलिसकर्मी सीढ़ी और लिफ्ट से होते हुए चौथी मंजिल पर पहुंचे और सर्विस ब्वाय कहकर दरवाजा खटखटाया। आरोपियों के दरवाजा खोलते ही पुलिसकर्मी दरवाजे को धक्का मारकर अंदर घुसे।
कमरे में पांच दिन से रुके थे सभी जुआरी
होटल में रेड की जानकारी मिलने पर डीजीएम सहित सीनियर रिसेप्शनिस्ट व अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि कमरा अविनाश के नाम पर बुक था। बताया गया कि आरोपी करीब चार-पांच दिन से होटल में ठहरे हुए थे लेकिन होटल स्टाफ के मुताबिक कमरे के अंदर-बाहर आते-जाते 30 वर्षीय एक युवक को ही देखा गया था। होटल स्टाफ ने दो दर्जन के करीब आरोपियों के कमरे में रुके होने की जानकारी होने से इनकार किया।