ब्यूरो रिपोर्ट :19 मार्च 2018
राजधानी शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारादेवी मंदिर में चैत्र नवरात्र के पहले दिन करीब 12 हजार लोगों ने तारा माता के दर्शन किए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर परिवार के साथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के चलते उपायुक्त शिमला अमित कश्यप की अगुवाई में जिला प्रशासन के अधिकारी सुबह आठ बजे ही तैनात हो गए।
तारादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो गया। हालांकि दस बजे के बाद लोगों की आमद में बढ़ोतरी हुई। दोपहर बारह बजे के बाद दर्शन के लिए लगी कतार मंदिर के नीचे पार्किंग तक पहुंच गई। ढाई बजे तक कमोवेश ऐसी ही स्थिति बनी रही। नवरात्र के मद्देनजर तारादेवी मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे।
मंदिर परिसर में छह अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए थे। आनंदपुर से लेकर तारादेवी मंदिर तक व्यवस्था बनाने के लिए ग्यारह मोड़ों पर ग्यारह पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे। इसके अलावा शोघी बाइफरकेशन, तारादेवी मंदिर प्रवेश द्वार और मंदिर पार्किंग में करीब एक दर्जन पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे।
शहर के अन्य शक्तिपीठों कालीबाड़ी मंदिर, कामना देवी, ढिंगू माता मंदिर, पधाई माता मंदिर और बीसीएस तारा माता मंदिर में भी पहले नवरात्र के दिन पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी।
अष्टमी-नवमी को 20 हजार पहुंच सकता है श्रद्धालुओं का आंकड़ा
अंतिम नवरात्र के दिन अगले रविवार को तारादेवी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है।
अंतिम नवरात्र के दिन व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखना प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो सकता है हालांकि जिला प्रशासन ने दावा किया है कि अंतिम नवरात्र के दिन भी श्रद्धालुओं को कोई समस्या पेश नहीं आने दी जाएगी।
वाटर एटीएम की नहीं मिली सुविधा
जिला प्रशासन ने नवरात्रों के दौरान तारादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए वाटर एटीएम स्थापित करने का दावा किया था लेकिन पहले नवरात्र पर लोगों को वाटर एटीएम की सुविधा नहीं मिल सकी।
जिला प्रशासन का तर्क है कि लोगों की भारी भीड़ की जरूरत को वाटर एटीएम पूरा नहीं कर सकता था इसलिए चार वाटर प्यूरीफायर मंदिर में स्थापित किए गए थे।
खो गया बच्चा, माइक पर अनाउंसमेंट कर बुलाए परिजन
पहले नवरात्र के मौके पर तारादेवी मंदिर में भारी भीड़ के चलते दोपहर बाद करीब तीन बजे एक छोटा बच्चा अपने परिजनों से अलग हो गया।
कतारों में लग कर बच्चे के परिजन दर्शन के लिए मंदिर के अंदर चले गए और बच्चा बाहर रह गया। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत बच्चे को संभाला और माइक पर अनाउंसमेंट कर परिजनों को बुलाया। परिजनों के आने के बाद बच्चे को उनके हवाले किया गया।
संकटमोचन में सीएम ने फैमिली के साथ ली सेल्फी
नवरात्र के पहले दिन तारादेवी मंदिर में जब प्रसाद ग्रहण करने के लिए भंडारा हाल के बाहर भीड़ बढ़ी तो हाल के बाहर भी पंक्ति में श्रद्धालुओं को बैठा कर भंडारा बांटा गया।
एसडीएम शिमला ग्रामीण अनिल शर्मा ने बताया कि हाल के भीतर एक बार में करीब दो सौ लोगों को भंडारा बांटा गया। तारादेवी मंदिर जाने से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर संकटमोचन मंदिर भी गए। यहां पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने परिवार के साथ सेल्फी भी ली।