शासन की फाइलों पर अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पसंद नहीं आ रहा। सरकार को अत्यधिक अंग्रेजी की जगह अब सचिवालय की नोटशीटों पर हिंदी में टिप्पणी और आख्या लिखी हुई चाहिए।
मुख्यमंत्री का मानना है कि हिंदी मातृ भाषा है, जिसका अधिक से अधिक प्रयोग शासकीय कामकाज में होना चाहिए। दशकों से अंग्रेजी में काम करने वाले अफसरों को अब हिंदी में नोटिंग लिखना आसान नहीं है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री की प्रधान सलाहकार मनीषा नंदा ने मुख्यमंत्री की ओर से आधिकारिक कामकाज की कार्यशैली में बदलाव लाने को कहा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि सरकारी कार्य में अंग्रेजी भाषा का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जा रहा है जबकि हिंदी हमारी मातृ भाषा है।
नोटशीट के नीचे चाहिए खाली जगह
इसलिए हिंदी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग सरकारी कार्य में किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को सलाह दी है कि सरकारी कार्य में तकनीकी और कानूनी मामलों को छोड़ शेष फाइलों में अधिक से अधिक हिंदी उपयोग की जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के फाइल की नोटशीट के अंत तक लिखने पर आपत्ति जताई है। सरकार चाहती है कि अधिकारी नोटशीट पर लिखते समय अपनी नोटिंग को पूरे पेज पर न लिखें।
हर शीट के नीचे कुछ खाली जगह होनी चाहिए। अधिकांश अधिकारी नीचे तक इसलिए भी लिखते हैं कि फाइल पर एक बार नोटिंग देने के बाद उसमें संशोधन की गुंजाइश न रहे।