सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की ‘करीबी’ हनीप्रीत को पंचकूला हिंसा मामले में पंचकूला जिला अदालत में पेश किया जा रहा है। सुनवाई के दौरान हनीप्रीत पर मामले में आरोप तय करने को लेकर बहस होगी। हनीप्रीत अंबाला सेंट्रल जेल से पंचकूला कोर्ट पहुंच चुकी है।
हनीप्रीत के खिलाफ पंचकूला में 25 अगस्त को दो साध्वियों से दुष्कर्म केस में गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा फैलाने का आरोप है। काफी समय तक फरार होने के बाद उसे अक्टूबर में पंजाब के जीरकपुर के पास से गिरफ्तार किया गया था।
हरियाणा पुलिस ने मामले में 28 नवंबर 2017 को हनीप्रीत समेत 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में सभी आरोपियों को पंचकूला में दंगों और हिंसा की घटना के लिए आरोपी बनाया गया है।
सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 121ए, 216, 145, 150, 151, 152, 153 और 120बी के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। आरोपियों में हनीप्रीत के अलावा आदित्य इंसा, पवन इंसा, सुरेंद्र धीमान, दिलावर इंसा, दान सिंह, चमकौर सिंह और गोविंद राम का नाम भी शामिल है। आदित्य इंसा अब तक फरार है।
1200 पन्नों की चार्जशीट
पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ 1200 पन्नों की चार्जशीट दखिल की है। चार्जशीट में मुख्य अभियुक्त हनीप्रीत को बनाया गया है। हनीप्रीत पर राष्ट्र के खिलाफ जंग छेड़ने की धारा 121 यानी देशद्रोह और 121A, 121B आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की साजिश रचने जैसी धारओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
हरियाणा पुलिस का दवा है कि डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वॉर्टर में एक सीक्रेट मीटिंग में पंचकूला हिंसा की साजिश रची गई थी। चार्जशीट में कुल 67 लोगों को गवाह बनाया गया है, जिनमें से ज़्यादातर पुलिस के लोग हैं।
हनीप्रीत थी हिंसा की मास्टरमाइंड गौरतलब है कि पंचकूला में डेरा प्रमुख राम रहीम को साध्वी रेप मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उनके कथित समर्थकों द्वारा हिंसक प्रदर्शन किए गए थे। पंचकूला में 25 अगस्त को हुई हिंसा में 30 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। इस दौरान 100 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। हनीप्रीत को इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड बताया गया था।