शिमला 22 फरवरी, 2018
राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज सोलन जि़ला के नालागढ़ में स्वच्छ भारत अभियान की कड़ी में ‘क्लीन नालागढ़-ग्रीन नालागढ़’ अभियान के अवसर पर अपने संबोधन में समूचे नालागढ़ क्षेत्र में एक बृहद स्वच्छता अभियान चलाने के लिए औद्योगिक संघ नालागढ़ के प्रयासों की सराहना की।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में स्वच्छता अभियान के प्रभावी प्रबन्धन के लिए औद्योगिक क्षेत्र को खण्डों में विभाजित करनेे का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि परवाणु से लेकर बद्दी तक तथा राज्य के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में सफाई अभियान के बेहतर प्रबन्धन तथा संचालन के लिए एक क्षेत्रीय अधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए। उन्होंने कहा यदि स्वच्छता के लिए उठाए गए कदमों को भविष्य में भी इसी प्रकार जारी रखा जाए तो बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ राज्य का आदर्श औद्योगिक क्षेत्र बन सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि अन्तरात्मा और अन्तःकरण को साफ रखना आवश्यक है, और हमें व्यवहारिक जीवन में भी अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि शास्त्रों, वेदों तथा अन्य ग्रन्थों में यह उल्लेख है कि वातावरण को स्वच्छ रखकर व्यक्ति किस प्रकार से अपने शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकता है। उन्होंने कहा कि हमें कुदरत के उपहार को बचाकर रखना है और प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने के लिए ईमानदारी से व्यवहारिक योगदान करना चाहिए।
उन्होंने स्वच्छता अभियान को एक राष्ट्रीय आन्दोलन बनाने पर बल देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मत था कि सत् कर्म, आत्मा तथा स्वच्छ वातावरण मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति की सुन्दरता का विनाश करने तथा वातावरण को दूषित करने के लिए मनुष्य ही जिम्मेवार है। उन्होंने लोगों से स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया।
राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने कोे साकार करने के लिए हमें समूचे राज्य को हरा-भरा व स्वच्छ तथा रहने योग्य स्थल बनाने के लिए कृतसंकल्प होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम अपने पर्यावरण तथा पारम्परिक जल स्रोतों को साफ-सुथरा रखने के अलावा ठोस एवं तरल कचरे का कुशल प्रबन्धन एवं उपचार करके ही ‘स्वच्छ भारत’ के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का बढ़चढ़ कर अभियान में भाग लेने से स्वच्छ भारत मिशन एक राष्ट्रीय आन्दोलन के रूप में परिवर्तित हो गया है। स्वच्छ भारत आन्दोलन के माध्यम से लोगों में जिम्मेवारी की भावना उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि देशभर में स्वच्छता गतिविधियों में लोगों द्वारा सक्रियता से भाग लेने से महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत का सपना पूरा होता हुआ दिख रहा है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रत्येक गांव को 2 अक्तूबर, 2019 तक स्वच्छ बनाने के लिए पांच वर्ष का लक्ष्य निश्चित किया है, और हमें साथ मिलकर स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए स्वच्छता अभियान को एक राष्ट्रीय आन्दोलन बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के स्वच्छता अभियानों का राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों में बहुत अधिक महत्व है, जहां काफी अधिक औद्योगिक कचरा व तरल मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हमें सफाई को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के पूर्व शासनकाल के दौरान जब वह ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री थे, प्रत्येक पंचायत को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए राज्य की सभी 3243 पंचायतों में स्वच्छता अभियान आरम्भ किया था।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष पूरी तरह खुले में शौचमुक्त घोषित होने वाला हिमाचल देश का दूसरा राज्य है। उन्होंने कहा कि जनवरी, 2018 में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार देश के 3,07,349 गांवों और 296 जि़लों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के साथ नालागढ़ के चौंकीवाला में स्वच्छता अभियान में भाग लिया।
श्री एनके अग्रवाल तथा श्री सुबोध गुप्ता ने नालागढ़ औद्योगिक संघ की ओर से 2.51 लाख रुपये का चैक, माईक्रोटेक इंटरनेशनल ने 5,11 लाख रुपये तथा देव रेसिन्स प्राईवेट लिमिटेड और इंडेग रबड़ नालागढ़ ने एक-एक लाख रुपये के चैक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए भेंट किए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल, विधायक सर्वश्री लखविन्द्र राणा, परमजीत सिंह (पम्मी), पूर्व विधायक श्री केएल ठाकुर, श्रीमती विनोद चन्देल तथा श्री राम कुमार चौधरी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. डेज़ी ठाकुर, औद्योगिक संघ नालागढ़ के अध्यक्ष श्री सुबोध गुप्ता, क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।