मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इससे बर्फबारी और बारिश की संभावना है। प्रदेश में वीरवार और शुक्रवार को मौसम साफ रहेगा। तीन फरवरी को मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दो फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इस दौरान शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति के कुछ क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।
मैदानी क्षेत्रों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में छह फरवरी तक मौसम साफ रहने की संभावना है।बुधवार को शिमला में दिन भर बादल छाए रहे। बादल छाए रहने के साथ-साथ हल्की धूप भी खिली।
प्रमुख शहरों के तापमान में आया ये बदलाव
बुधवार को प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। धूप खिलने से अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अधिकतम तापमान बढ़ने के साथ ही प्रदेश का न्यूनतम तापमान भी बढ़ गया है।
मंगलवार रात को सिर्फ केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस में रिकॉर्ड हुआ है। कल्पा, मनाली, भुंतर और सुंदरनगर का न्यूनतम पारा माइनस से बाहर आ गया है। मंगलवार रात को प्रदेश में सबसे कम केलांग में न्यूनतम पारा – 4.2 रिकॉर्ड हुआ।
कल्पा में 0.0, मनाली 1.2, भुंतर 3.4, सुंदरनगर 4.1, चंबा 4.8, हमीरपुर 5.0, बिलासपुर 5.4, सोलन 6.6, धर्मशाला 7.4, शिमला 7.6 और ऊना में सबसे अधिक 7.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
जनवरी में 91 फीसदी कम बरसे बादल
उधर, बुधवार को शिमला में अधिकतम तापमान 13.6, धर्मशाला 16.6, ऊना 25.3, नाहन 21.9, कांगड़ा 21.1, बिलासपुर 21.6, हमीरपुर 21.8, चंबा 21.0, डलहौजी 10.1, सुंदरनगर 21.7, भुंतर 21.5 और कल्पा में 14.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
जनवरी महीने के दौरान प्रदेश में सामान्य से 91 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। सामान्य तौर पर जनवरी महीने में प्रदेश में 97.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड होती है, लेकिन इस साल जनवरी में मात्र 8.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक जिला बिलासपुर में 84 फीसदी, चंबा 98 फीसदी, हमीरपुर-कांगड़ा 85 फीसदी, किन्नौर-लाहौल एवं स्पीति 99 फीसदी, कुल्लू 86 फीसदी, मंडी-शिमला 84 फीसदी, सिरमौर 63 फीसदी, सोलन 80 फीसदी और ऊना में 63 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई।