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पांवटा में सजे गुरू के पंज प्यारे, होला मोहल्ला में मेले का आगाज़

ब्यूरो रिपोर्ट :1 मार्च 2018

दशमेश पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की ऐतिहासिक नगरी पांवटा साहिब में आज भव्य नगर कीर्तन के साथ होला मोहल्ला मेले का आगाज़ हो गाया है। सदियों से चली आरही इस परम्परा को आज भी कायम रखने के लिये हज़ारों सिक्ख श्रद्धालुओं सहित सभी वर्गों के लोगों द्वारा इस आयोजन में बढ-चढ कर हिस्सा लिया जाता है। जहां एक ओर पूरे शहर में झूलों व मेले की रौनक है वहीं ऐतिहासिक गुरूद्वारा साहिब को भी दुल्हन की तरह सजाया गया है। जिसका मनमोहक दृष्य देखते ही बनता है।

सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के जीवन का दसवां हिस्सा पावटा साहिब में व्यतीत हुआ है। जहां उन्होंने पांवटा साहिब में निवास कर आसपास के क्षेत्रों में कई लड़ाइयां लड़ी वही कई परंपराओं की भी शुरुआत भीकी। होला मोहल्ला श्री गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा शुरू की गई एक परंपरा है। उन्होंने आपसी प्रेम और भाईचारे को बनाए रखने व धर्म की शिक्षा देने के लिए पांवटा साहिब में भी पटना साहिब की तरह होला मोहल्ला की शुरुआत की थी। श्री गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा शुरू किए गए होला मोहल्ला ने आज भव्य मेले व धार्मिक आयोजनों का रूप ले लिया है।

पावटा साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी होला मोहल्ला को विशेष त्यौहार के रूप में मनाती है। इस अवसर पर जहां गुरुद्वारे के सामने सात दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है वही गुरुद्वारे में भी 4 दिन तक पारंपरिक धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। होला मोहल्ला के अवसर पर आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों में भाग लेने के लिए पावटा के आसपास के क्षेत्रों हिमाचल के विभिन्न भागों सहित उत्तराखंड हरियाणा पंजाब दिल्ली एवं जम्मू से बड़ी संख्या में सिख संगतें यहां पहुंचते हैं।

होला मोहल्ला की शुरुआत भब्य नगर कीर्तन के साथ की गई। नगर कीर्तन में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया नगर कीर्तन में श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन से जुड़े घटनाओं की झांकियां प्रस्तुत की गई साथ ही युवाओं ने प्राचीन युद्ध कला गतका का प्रदर्शन कर संगतों को निहाल किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य प्रबंधक सरदार कुलवंत सिंह ने बताया कि होला मोहल्ला आपसी प्रेम व सौहार्द का प्रतीक है। श्री गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा स्थापित इस परंपरा को आज भी पावटा साहिब में यथावत मनाने के प्रयास किए जाते हैं।
बाइट :- कुलवंत सिंह, मैनेजर गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी पांवटा साहिब।

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