आई 1 न्यूज़ चैनल (अभिषेक धीमान) चंडीगढ़, 2 जनवरी आम आदमी पार्टी के संगरूर से संसद मैंबर भगवंत मान ने प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी द्वारा एएनआई को दी 95 मिनट की इंटरव्यू को सरकार की नाकामियों को छिपाने और चुनाव से पहले लोगों के साथ किए झूठे वायदों से ध्यान हटाने का कार्य करार दिया है। उन्होंने कहा कि नरिन्दर मोदी के नेतृत्व वाली सरकार लोगों की इच्छाओं को पूरा करने में फेल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि ‘प्रधान सेवक’ द्वारा दी गई इंटरव्यू पिछले 5 वर्षों के दौरान सरकार द्वारा गलत ढंग से लिए गए फैसलों पर पर्दा डालने का कार्य मात्र है। मान ने कहा कि मोदी ने अपनी इंटरव्यू दौरान खुद माना है कि लोगों द्वारा कही जा रही बात कि इस समय केंद्र सरकार को ढाई व्यक्ति (मोदी, शाह और आधा जेतली) ही चला रहे हैं, यह सच है। मान ने कहा कि सरकार के गठन के बाद कैबिनेट की हुई पहली बैठक के दौरान किसान कर्जे को माफ करने संबंधी और किसानों की आमदन को बढ़ाने सम्बन्धित चर्चा हुई थी परंतु उसके बाद इस पर कभी भी कोई बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की हालत सुधारने और खेती के साथ अन्य लाभदायक धंधे देने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिस कारण देश के किसानों की हालत दिन प्रति दिन दयनीय होती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसान विरोधी नीतियां अपनाने के चलते कर्जे में फंसे किसान आत्म हत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। संगरूर से संसद मैंबर भगवंत मान ने कहा कि भगवा सरकार चुनाव से पहले स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू करने के वायदे से भी पलट गई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की तरह ही मोदी का किसानों को उनकी लागत से डेढ़ गुणा ज्यादा लाभ देना भी चुनावी जुमला ही साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी कारण ही मोदी अब लोगों और मीडिया के सवालों से भाग रहे हैं। उन्होंने प्रधान मंत्री मोदी को ‘रैली प्रधान मंत्री’ करार दिया। मान ने कहा कि रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार संपूर्ण तौर पर फेल हुई है और नौजवानों के साथ किए वायदों से भागी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पास नौजवानों को रोजगार देने के लिए न तो नीयत और न ही कोई नीति। उन्होंने कहा कि इसी कारण ही सरकार रोजगार सम्बन्धित आंकड़ों को भी तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी का हर वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने का वायदा भी जुमला ही था। मान ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा काले धन को वापस लाने के बहाने की गई नोटबंदी मूर्खतापूर्ण और जल्दबाजी में लिया गया गलत फैसला था, जिस कारण देश के नागरिकों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के पर्दे के पीछे मोदी ने अपने चहेते लोगों के काले धन को सफेद करने का कार्य किया है। मान ने कहा कि नोटबंदी की तरह जीएसटी भी आम लोगों को फायदा पहुंचाने की बजाए प्राईवेट कंपनियों को ही फायदा पहुंचा रहा है। मोदी सरकार द्वारा लोगों को धर्म, जाति और भाषा के आधार पर बांटने संबंधी मान ने कहा कि भगवा पार्टी लोगों को आपस में लडा कर सत्ता हासिल करने के चक्कर में है। उन्होंने कहा कि देश के लोग अब मोदी की चालों से अवगत हो चुके हैं और 2019 की लोक सभा चुनाव में मोदी का बोरी बिस्तर गोल कर देंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कई राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की हार बताती है कि लोग मोदी सरकार से खफा हैं। मान ने कहा कि मोदी द्वारा दी गई यह इंटरव्यू पहले से ही निर्धारित थी और मोदी द्वारा खुद ही सवाल और खुद ही जवाब बनाऐ गए थे। उन्होंने कहा कि यदि मोदी को पिछले 5 वर्षों में किए गए कार्यों पर मान है तो वह जनता के सामने आ कर जनता व मीडिया के सवालों के जवाब दें न कि अपने खास पत्रकार को इंटरव्यू दें। मान ने कहा कि मोदी सरकार के दौरान सभी कानूनी संस्थाओं चुनाव कमीशन, आरबीआई, सीबीआई और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट का भी भगवा-करन करने की कोशिश की गई है। राज्य की कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर बोलते मान ने कहा कि उन्होंने भी मोदी की तरह राज्य के लोगों के साथ धोखा करते किसानों, खेत-मजदूरों, नौजवानों और अन्य सभी वर्गों के साथ किए वायदे पूरे नहीं किए हैं।
देश के लोग अब मोदी की जुमलेबाजी में नहीं फंसेंगे -भगवंत मान
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