राज्य पशुपालन व ग्रामीण विकास पंचायती राज मंत्री विरेंद्र कंवर ने कहा कि गाय के गोबर से संस्थाएं पौधरोपण के लिए लिफाफों का उत्पादन करें। सरकार गोबर से बने लिफाफों की मदद से पौधों की नर्सरी तैयार करने पर विचार कर रही है।
इसे लेकर वन मंत्री और कृषि बागवानी मंत्री से बात की जाएगी। मंत्री बिलासपुर में व्यास नंदिनी सोसायटी द्वारा बनाए गए गो मूत्र और गाय की गोबर से बने उत्पादों को देखने के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा की तर्ज पर पशुओं के लिए भी सरकार जल्द एंबुलेंस सेवा शुरू करेगी। सूबे में गो संरक्षण के लिए राज्य सरकार गो वंश सेंक्चुरी क्षेत्र का निर्माण करने जा रही है।
जिसमें पशुओं के लिए घास, पानी सहित अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में गो सदन बनाने के लिए राज्य सरकार एक रुपये पट्टे पर जमीन मुहैया करवाएगी।
जो लोग पशुओं को खुले में छोड़ रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। पशुपालन विभाग पूरा रिकार्ड तैयार करेगा। अगर इसके बाद कोई पशु खुले में छोड़ता है तो उसके खिलाफ दंड का प्रावधान होगा।
डॉक्टर करेंगे गो सदनों का निरीक्षण
वहीं उन्होंने कहा कि कई लोगों ने सरकारी मदद के लिए ही गो सदन में खोले हैं। लेकिन इनमें गोवंश की हालत दयनीय है। पूर्व सरकार ने इस पहलु पर कोई गौर नही किया।
लेकिन अब पशु पालन विभाग से हर हफ्ते फार्मासिस्ट, पंद्रह दिन में डॉक्टर और महीने में एक बार पशुपालन विभाग के उप निदेशक गो सदनों का निरीक्षण करेंगे। बाकायदा रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भी हर महीने दी जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द ही 108 की तर्ज पर पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सुविधा शुरू की जाएगी। जिसको लागू करने के लिए सरकार रूप रेखा तैयार कर रही है। जल्द ही उक्त सेवा पशुओं के लिए शुरू कर दी जाएगी।
यह पूछे जाने पर की इस पूरे कार्यक्रम को धरातल पर लाने में कितना समय लगेगा जो मंत्री ने कहा कि एक साल के अंदर परिणाम लोगों के सामने होंगे।