आई 1 न्यूज़ 20 जनवरी 2018 ( आर पी सिंह ) आरटीआई एक्टिविस्ट राजेंद्र कुमार सिंगला ने फर्जी डिग्री का खुलासा करते हुए चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां राजेंद्र सिंगला ने बताया कि मेघालय स्थित सीएमजे यूनिवर्सिटी जिसने इल्लीगल तरीके से डिग्रियां बाटी थी। जिसके बाद मामला सामने आने पर यूनिवर्सिटी के विजिटर ने 30 अप्रैल 2013 को सभी डिग्रियां वापस ले ली गई थी और सभी डिग्रियां इल्लीगल घोषित कर दी गई थी। वहीँ मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुचां था और सुप्रीम कोर्ट ने डिग्रिया इल्लीगल मानते हुए प्रभावित छात्रों को मेघालय सरकार से डिग्री को जांच करवाने की बात कहीं थी जिसमें जाँच में पाया गया था की 3592 डिग्रियां इल्लीगल है। वहीं राजेंद्र सिंगला ने खुलासा करते हुए कहा कि चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अरुण ग्रोवर ने DAV कॉलेज के प्रिंसिपल की बेटी मनदीप जोसन को सीएमजे यूनिवर्सिटी की इल्लीगल डिग्री के आधार पर बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर मान्यता दी बल्की मामला सामने आने पर मामले को दबाने के लिए मामलें को पंजाबी यूनिवर्सिटी के सीनेट की बैठक में रखा ताकि सीनेट की बैठक में इस मामलें पर मुहर लग सके और मामले को दबाया जा सके। वहीँ राजेंद्र सिंगला ने बताया कि जोसन की पहली अपॉइंटमेंट 2009 में हुई थी जो कि बिना पीएचडी और यूजीसी के बिना थी जो की पूरी तरह से इललीगल है क्यूंकि बिना पीएचडी और यूजीसी एग्जाम के लेक्चरर नहीं लगा जा सकता, और मामलें को टूल पकड़ता देख मनदीप जोसन को निकाल दिया गया। वहीँ बाद में मनदीप जोसन ने साल 2012 में सीएमजे यूनिवर्सिटी की इललीगल घोषित डिग्री लेकर 19 जून 2013 को डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में दोबारा से ज्वाइन किया। जबकि जो डिग्री मनदीप जोशन ने सीएमजे यूनिवर्सिटी से ली थी वह डिग्री सुप्रीम कोर्ट ने इल्लीगल करार दे दी थी उसके बावजूद मनदीप जोशन को DAV कॉलेज में बताओ लेक्चरार जोइनिंग दी गई।
बाइट— राजिंदर सिंघला, आरटीआई एक्टिविस्ट।