साहिबे-ए-कमाल सरबंस दानी दशम पातशाह साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 351 वें प्रकाश पर्व सोलन के मुख्य गुरुद्वारा साहिब अप्पर बाजार में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए तथा आलौकिक कथा एवं कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया।
कीर्तन दरबार मे स्थानीय रागी जत्थों सहित विशेष रूप से हज़ूरी रागी अमृतसर साहिब से भाई दविंदर सिंह ने शब्द कीर्तन गायनकर सिख इतिहास व श्रीगुरु गोबिंद सिंह जी साहिब के जीवन पर प्रकाश डाला।भाई साहिब ने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह जी का जन्म गुरू तेग बहादर जी के धर पटना साहिब मे हुआ। गुरू साहब ने जाती भेद का खंण्डन करते हुए खालसा पंथ की सथापना की । उन्होने बताया कि किस तरह गंरू गोबिंद सिंह जी ने देश की लिये अपने चारो सहबजादे व पुरा परिवार कुर्ब्रान कर दिया ।
.गुरू गोबिंद सिंह जी ने अपने अलौेकिक प्रभाव से आपसी प्रेम, भाईचारे की भावना, विश्वास और आशा का अमृत लोगो को पिलाया। उन्होने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह जी ने लोगो की अध्यात्मिक भावनाओ को जगाकर उन्हे सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाया। उन्होने बताया कि यह गुरूपर्व ना केवल सिखा का पर्व है यह सभी लोगो का पर्व है गुरू गोबिंद सिंह जी ने भी सभी को एकता , सम्मानत भाईचारे की बात कही थी ।इस अवसर पर सैंकडा लोगो ने गुरूद्वारे मे माथा टेका इस अवसर पर लगंर का अयोजन किया गया जिस मे हजारो लोगो ने पंसाद ग्रहण किया ।
इस प्रकाश पर्व को गुरूद्वारा सिंह सभा के प्रधान डा रतन सिंह,सदस्य , इन्दर सिंह ,जगदीश सिंह, परमिन्द्र सिंह, तेजिन्द्र सिंह, जी एस भमरा, रोहित बटटू, राज कुमार, गुरमित सिंह ,अमनदीप सिंह ने गुरू कि कृपा से सफल बनाया । इस पावन पर्व पर जिलाभर के सभी गुरुद्वारों में सेकड़ों लोगों ने गुरु के चरणों में शीश नवाकर प्रशाद व लंगर ग्रहण किया।