आई 1 न्यूज़ : ब्यूरो रिपोर्ट : 17 नवम्बर
बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण और इससे जुडे़ लॉकअप हत्याकांड में कई और अफसर भी सीबीआई के रडार पर हैं। आईजी, एसपी और डीएसपी समेत आठ पुलिस कर्मचारियों के बाद इस मामले में कई और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। अफसरों के माध्यम से सीबीआई नेताओं और रसूखदारों का भी इस मामले में कनेक्शन तलाश रही है। इन पर हाथ डालने के लिए ठोस सबूत खोजे जा रहे हैं।
सीबीआई ने तीन महीने पहले आईजी जहूर एच जैदी, डीएसपी मनोज जोशी सहित आठ पुलिस वालों को लॉकअप हत्याकांड में गिरफ्तार किया। वीरवार को एसपी डीडब्ल्यू नेगी को गिरफ्तार करने से पहले करीब तीन महीनों तक सीबीआई एसपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए आधार तैयार करती रही। आधार मिलते ही डीडब्ल्यू नेगी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अब इस प्रकरण में संलिप्त माने जा रहे कुछ अन्य अफसरों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाने की दिशा में जांच चल रही है। इस प्रकरण के बीच में कई अधिकारियों के बीच फोन पर संवाद हुआ। इसके लिए इलेक्ट्रानिक एविडेंस जुटाए जा रहे हैं कि ये संवाद किस तरह का हुआ। सीबीआई ने मोबाइल फोन टॉवरों से ये डंप डाटा भी लिया है कि कब किस अधिकारी ने किसको फोन किया और किस तरह की बातें हुईं।
नेताओं से भी जोड़े जा रहे लिंक
गुड़िया प्रकरण की जांच में ढील देने के पीछे की मंशा, छानबीन का रुख मोड़ने और लॉकअप हत्याकांड के लिंक नेताओं से भी ढूंढे जा रहे हैं। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि ये जांच-पड़ताल भी की जा रही है कि इन दोनों मामलों को लेकर नेताओं और अधिकारियों में किस तरह का संवाद हुआ है। अगर अधिकारियों ने लॉकअप हत्याकांड में लीपापोती की है तो इसमें कहीं ऊपर से दबाव तो नहीं था। अगर ऐसा कोई दबाव रहा तो ये किसका रहा और क्यों रहा।