ऑय 1 न्यूज़ ब्यूरो रिपोट 06-07-2017 चंडीगढ़
पंजाब सरकार को फास्टवे केवल ने लगाया 684 करोड़ का चूना, सिद्धू बोले- कार्रवाई होगी, जुर्माना भी वसूलेंगे पंजाब के स्थानीय निकायमंत्री नवजोत सिद्धू ने फस्टवे पर शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर दी है। सिद्धू ने कहा है कि उन्होंने रिपोर्ट ली है। इसके मुताबिक फास्टवे ने जीरकपुर छोड़ सूबे में कहीं भी अंडरग्राउंड केबल डालने की मंजूरी नहीं ली।
कांग्रेस भवन में रविवार को प्रेस कांफ्रेंस केदौरान सिद्धू ने कहा कि उन्होंने पूरे पंजाब में 270 जूनियर इंजीनियर्स को बुलाकर इस बारे में रिपोर्ट ली है। इसमें सामने आया है कि फास्टवे ने जीरकपुर को छोड़ पूरे पंजाब में कहीं भी मंजूरी नहीं ली। इसके अलावा बिजली के पोल का भी प्रयोग किया गया। जेई की रिपोर्ट के आधार पर ही फास्टवे से जुर्माना वसूलने की तैयारी की जा रही है। जल्द रिपोर्ट सीएम को भी भेजी जाएगी।
विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक सुखजिंदर रंधावा ने फास्टवे के जुड़ा सवाल उठाया था। इस पर सिद्धू ने अगले दिन पूरी जानकारी लेने केबाद जवाब दिया था।
फास्टवे न सरकारी खजाने को लगाया 684 करोड़ का चूना सिद्धू ने कहा कि फास्टवे ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड ने सरकारी खजाने को 684 करोड़ का चूना लगाया है। इसमें 184 करोड़ का मनोरंजन कर, ब्याज समेत 220 करोड़ का सेल्स टैक्स, 227 करोड़ का सर्विस टैक्स, केबल डालने को सड़क खोदने के 83 करोड़ और बिजली के पोल का इस्तेमाल करने के सौ करोड़ शामिल हैं। 25 लाख से शुरू कंपनी कमा रही 30 करोड़ मुनाफा निकाय मंत्री ने कहा कि यह सामान्य बात नहीं है कि 25 लाख से शुरू हुई कंपनी तीस करोड़ का मुनाफा कमा रही है। इसमें पिछले दस सालों में सरकारी खजाने को कुछ नहीं दिया। वहीं, कंपनी के एमडी गुरदीप कोहली ने आरोपों को बेबुनियाद बताया था।