ऑय 1 न्यूज़ ब्यूरो रिपोट चण्डीगढ़, 5 जुलाई – हरियाणा में घोषित अपराधियों की धरपकड़, संगठित अपराध, नशीले पदार्थों से जुड़े अपराधियों को पकडऩे, फिरोती मांगने वाले अपराधी, जबरन वसूली करने वाले अपराधी, सुपारी लेकर हत्या करने वाले अपराधी, सीरियल किलर्स इत्यादि को पकडऩे के लिए हरियाणा पुलिस ने राज्य स्तर पर एक विशेष टास्क फोर्स गठित की है। इस टास्क फोर्स का मुख्य अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक स्तर का होगा, जिसका कार्यालय गुरुग्राम में होगाटास्क फोर्स के गठन की सैद्धांतिक मंजूरी आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पुलिस विभाग से जुड़ी गतिविधियों से सम्बन्धित एक बैठक में दी। बैठक में हरियाणा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राम निवास, पुलिस महानिदेशक श्री बी एस संधू, कानून एवं व्यवस्था से जुड़े अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मोहमद अकील, एडीजीपी श्री पी के अग्रवाल, एडीजीपी श्री ओपी सिंह सहित राज्य की सभी पुलिस रेंज के पुलिस महानिरीक्षक तथा पुलिस आयुक्त उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि छीना झपटी, चोरी, डकैती इत्यादि से जुड़े अपराधियों को तुरंत पकडऩे के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिरोती से जुड़े अपराधियों, अपहरण और जबरन वसूली से जुड़े अपराधियों को पकडऩे के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाए। इसी प्रकार, नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने तथा उसके स्त्रोत तक पहुंचे के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने किसी भी प्रकार की मिलावट से जुड़े धंधों में संलिप्त व्यक्तियों को पकडऩे के लिए मुख्यमंत्री उडऩदस्ता और जिला पुलिस के साथ मिलकर कार्यवाही करने के लिए भी निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए चौकसी ब्यूरो और स्थानीय पुलिस की टीम द्वारा पुलिस विभाग तथा अन्य विभागों में जांच व निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार, विभिन्न विभागों में आंतरिक चौकसी प्रणाली को मजबूत करने के लिए भी अधिकारियों से कहा गया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य में साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि वे साम्प्रदायिक और जाति-पाति से जुड़े मुद्दों पर थाना चौकी के स्तर से ऊपर तक नजदीकी से निगरानी बनाए रखें। इसी प्रकार, शराब के तस्करों पर नकेल कसी जाए और राज्य में कानून व्यवस्था कायम रहे, के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। मुख्यमंत्री ने छोटे-छोटे मामलों पर भी नजदीकी से निगरानी बनाए रखने के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि वे ऐसे मामलों पर तुरंत कार्यवाही करें।मुख्यमंत्री ने हाल ही में जुनैद हत्या के मामले पर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे ऐसे साम्प्रदायिक और जाति-पाति से जुड़े मामलों पर विशेष निगरानी रखें और उसकी रोकथाम करें तथा तत्परता से जांच करके अपराधी को पकड़ कर उसे सख्त सजा भी दिलवाएं।मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे महाराष्ट्र के कंट्रोलऑफ ओर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट का भी अध्ययन करें और हरियाणा में उपयुक्त एक्ट बनाने की दिशा में पहल करें। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे केएमपी और केजीपी एक्सप्रैस-वे पर मोबाइल पैट्रोल पम्प की व्यवस्था करें ताकि लोगों को पैट्रोल व डीजल लेने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार की व्यवस्था कर्नाटक के बैंगलौर में शुरू की जा चुकी है।मुख्यमंत्री ने गाडियों की चोरी रोकने के लिए भी इलैक्ट्रोनिक चिप लगाने की सम्भावना को तलाशने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा, बैठक में कानून एवं व्यवस्था, अपराध, महिलाओं के विरूद्ध अपराध, कमजोर वर्गों के विरूद्ध अपराध, यातायात, सडक़ सुरक्षा, सामान्य जनता की सुरक्षा, लोगों की समस्याओं का निवारण, प्रशासनिक मुद्दे, कावड यात्रा, एसवाईएल मुद्दा, हरियाणा 100 परियोजना तथा मित्र कक्ष परियोजना पर भी चर्चा की गई।बैठक में हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री बी एस संधू ने पुलिस विभाग की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि ऑपरेशन दुर्गा सफल अभियान रहा है, जिसके तहत कानून व्यवस्था और अपराध पूरी तरह से नियंत्रित रहा है। उन्होंने बताया कि बड़े-बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, गैर-कानूनी खनन और वाहनों की ओवरलोडिंग पर भी लगाम कसी गई है। उन्होंने बताया कि 4500 सिपाहियों की भर्ती की जा चुकी है और लगभग 4500 सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है और भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री को बताया कि अति वांछित अपराधियों की सूची तैयार की गई है और इनके ऊपर ईनाम घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है और शीघ्र ही इन अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।