अमित सेठी 14-04-2016
माता बनी कुमाता मासूम बेटी को मारने वाली मां गिरफ्तार
चंडीगढ़ में सारंगपुर निवासी ढाई साल की बच्ची की हत्या करने वाली मां को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने पूछताछ में पुलिस को कहानी सुनाई, जो संदिग्ध नजर आ रही है। वही थाना पुलिस ने आरोपी मंजू देवी को जिला अदालत में पेश कर उसका एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। जिसमें पुलिस पूछताछ कर यह जानकारी हासिल करेगी कि बच्ची की हत्या को अंजाम देने में उसके साथ और कोई तो शामिल नही है।
डीएसपी सेंट्रल सतीश कुमार और डीएसपी क्राइम जगबीर सिंह ने प्रेसवार्ता में पूरी कहानी बताई। सतीश कुमार ने बताया कि ढाई वर्षीय बच्ची पीहू जो दो दिन पहले घर के बाहर से गायब हुई थी, मंगलवार सुबह पीहू का शव बंद बोरी में रामदरबार स्थित इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 के प्लाट नंबर -93 के सामने से बरामद हुआ था।
पुलिस का दावा है कि हत्या की आरोपी बच्ची की मां मंजू देवी ने बुधवार सुबह खुद को सारंगपुर थाना पुलिस के सामने सरेंडर कर अपना जुर्म कबूला है। डीएसपी सेंट्रल ने बताया कि आरोपी मंजू देवी ने अपनी मासूम बच्ची को दीवार पर पटक कर मारा और इसके बाद उसकी लाश को प्लास्टिक के बैग में भरकर ऑटो से फेस-2 में फेंककर आई। वहीं, साजिश के तहत आरोपी ने सेक्टर-11 थाने में बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी ।
पुलिस की थ्योरी पर लोगों में संदेह
चंडीगढ़ में दिल दहलाने वाली वारदात की चर्चा दूसरे दिन भी रही। इस दौरान केस सॉल्व करने और पुलिस की थ्योरी पर लोगों में संदेह की चर्चा रही। पुलिस के अनुसार एक अकेली महिला अपने ही बच्ची की कत्ल बेरहमी से आर्थिक तंगी की वजह से ढाई साल बाद करती है। इसके बाद शव को बोरी में डालकर आटो हायर करके घर से 10 किलोमीटर दूर फैंककर वापस घर आ गई।
पुलिस की कहानी के अनुसार आरोपी मंजू ने पहला ऑटो सारंगपुर से शाम को करीब पांच बजे पकड़ा। जबकि, दूसरा आटो सेक्टर-35 किसान भवन के सामने आकर उतरी। इसके बाद वहां से उसने दूसरा ऑटो हल्लोमाजरा चौक तक लिया। हैरानी के बात है कि किसी भी ऑटो वाले को मंजू पर शक नही हुआ। सबसे बड़ा सवाल है कि आर्थिक तंगी से परेशान मां ने ढ़ाई साल तक बच्ची का पालन पोषण क्यों किया?
एक साल पहले भी हुई थी ऐसी वारदात
गौरतलब हो कि वारदात से एक साल पहले यानी 11अप्रैल 2015 को चार नंबर कॉलोनी में एक पौने चार साल की लड़की के साथ ऐसी वारदात हुई थी। मामला काफी गंभीर होने के बाद पुलिस ने एक नाबालिग को गिरफ्तार किया था। हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के पास केस जुड़े एक भी सवाल का जवाब नही था। जबकि, अमर उजाला की टीम ने आरोपी नाबालिग के परिवार से बातचीत किया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि वारदात के समय उसका बेटा घर में था और पुलिसकर्मी मिलकर भी गए तए।