Protest against DPI डीपीआई द्वारा दलितों को अभद्र टिप्पणी करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को बालमिकी समाज, दलित रक्षा दल और सफाई कर्मचारी यूनियन के कर्मचारियो के डीपीआई द्वारा अभद्र टिप्पणी करने को लेकर सेकटर 17 स्थित जनस्वास्थय विभाग के बाहर प्रदर्शन किया। और डीपीआई के खिलाफ जल्द एफआईआर करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी सेक्टर 17 से गर्वनर हाउस तक पैदल मार्च कर गर्वनर को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया। जिसको बाद चार सदस्य ही गर्वनर हाउस जाकर ज्ञापन दे सकें। बालमिकी शोभायात्रा आयोजन कमेटी के चेयरमैन गीता राम ने बताया कि डीपीआई कमलेश कुमार द्वारा जिस तरह दलितों पर अभद्र टिप्पणी की गई है। वह सरासर दलितों पर अन्याय है जिसका वह विरोध करते हैं। उन्होने कहा कि जब अभिभावक टीचर द्वारा बच्ची को डराने धमकाने और मारने की शिकायत पर कोई कारवाई न करने पर डीपीआई पर इसकी शिकायत करने गए तो डीपीआई ने न तो उनकी शिकायत सुनी बलकि उनको जातिसूचक शब्द भी कहे। इसलिए वह इस पूरे मामले पर इंसाफ चाहते हैं। और जब तक इस पूरे मामले में डीपीआई पर जल्द एफआईआर नहीं की जाती और बर्खास्त नहीं किया गया। जिसको लेकर वह प्रदर्शन कर रहे हैं और इस पर कारवाई को लेकर वह एक ज्ञापन राज्यपाल को भी देंगें और कारवाई की मांग करेंगें। बावजूद इसके अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई। तो वह अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगें….और पूरे शहर को कूड़े से भर देंगें। और सभी अफसरों के आफिस का घेराव भी करेंगें।
PROTEST AGAINST DPI
बाइट – गीता राम, चेयरमैन, बालमिकी समाज